सुषमा स्वराज ने कहा कि कुलभूषण भारत का बेटा है। उसे हम हर कीमत पर बचाएंगे और उसके लिए आउट ऑफ द वे जाकर कोशिश करेंगे। पाक इस दिशा में अगर आगे बढ़कर जाधव को फांसी देता है तो उसे इसके अंजाम के बारे में सोच लेना चाहिए।लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा सरकार को जाधव को बचाना चाहिए। अगर उसे फांसी होती है तो हम उसे सोचा-समझा मर्डर कहेंगे। अगर उसे बचा नहीं पाए तो ये सरकार की कमजोरी होगी।
इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कुलभूषण के पास वैलिड भारतीय वीजा मिला था। ऐसी स्थिति में वह जासूस कैसे हो सकता है? उसे बचाने के लिए जो बन पड़ेगा, वो सरकार करेगी। मैं आश्वस्त करता हूं कि उसके साथ अन्याय नहीं होगा। जाधव बहुत पहले ही नेवी छोड़ चुका था। उसका बिजनेस था। इसी सिलसिले में वह ईरान के चाबहार आया-जाया करता था। वहां से उसे अगवा किया और बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया हुआ दिखाया गया।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा पाक मिलिट्री कोर्ट में बिना किसी सबूत के किसी को भी सजा दे देते हैं। सरकार को अपने रसूख का इस्तेमाल कर जाधव को सुरक्षित वापस लाना चाहिए।राज्यसभा में लीडर ऑफ अपोजिशन गुलाम नबी आजाद ने कहा हम सरकार के साथ हैं। जाधव को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का अच्छे से अच्छा वकील किया जाना चाहिए।
इस पर सुषमा ने कहा ये पक्ष-विपक्ष का मसला नहीं है। मैं गुलाम नबी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि वे इस मसले पर सरकार के साथ हैं। हिंदुस्तान के इस बेटे को बचाने के लिए अच्छा वकील खड़ा करना तो छोटी बात है, हम राष्ट्रपति तक भी बात करेंगे।पाक ने जाधव को जो सजा सुनाई है, वो सोचा-समझा मर्डर है। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया।
सरकार आउट ऑफ द वे जाकर मदद करेगी। अगर जाधव को फांसी होती है तो पाकिस्तान को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। इसका असर बाइलैटरल रिलेशन पर भी पड़ेगा।पाक आर्मी ने वहां की जेल में बंद भारतीय अफसर कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई है। पाक ने आरोप लगाया था कि जाधव भारतीय जासूस है।
पाक मिलिट्री के अफसर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया था कि पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत जाधव का फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (FGCM) किया गया और फांसी की सजा सुनाई गई। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित को तलब किया। उन्हें डिमार्शे (डिप्लोमैटिक डिमांड लेटर) सौंपा। इसमें कहा गया- अगर सजा पर अमल होता है तो ये कानून के बुनियादी नियमों के खिलाफ होगा। इसे सोचा-समझा कत्ल कहा जाएगा।
डिमार्शे में आगे कहा गया- ये ध्यान रखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान में इंडियन हाई कमीशन को ये बताने की जरूरत भी नहीं समझी गई कि कुलभूषण पर केस चल रहा है। भारत के लोग और सरकार इसे सोचा-समझा कत्ल ही मानेंगे।भारत सरकार ने पाकिस्तान के 11 कैदियों की बुधवार को होने वाली रिहाई टाल दी।एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी पाकिस्तान के फैसले पर तल्ख टिप्पणी की।
कहा- पाकिस्तान के मिलिट्री कोर्ट में आरोपी के खिलाफ क्या आरोप लगाए जाते हैं या सबूत पेश किए जाते हैं, इनको कभी पब्लिक नहीं किया जाता।पाकिस्तानी सेना के कानून के तहत आए इस फैसले पर 90 दिनों के भीतर अमल होना तय है। पाक आर्मी चीफ बाजवा इसे मंजूरी दे चुके हैं। ऐसे में, इसके खिलाफ अपील की कोई गुंजाइश नहीं रहती। जाधव को फांसी की सजा से बचाना मुश्किल होगा।
जाधव के कथित कबूलनामे का एक वीडियो भी पाकिस्तान ने जारी किया था। जब इस 6 मिनट (358 सेकंड) के वीडियो की पड़ताल की तो उसमें 105 कट नजर आए। कबूलनामे को देखकर ऐसा लग रहा था कि जाधव टेलीप्रॉम्प्टर पर बयान पढ़ रहे हों।पाक मामलों के एक्सपर्ट कमर आगा ने बताया शक है कि कुलभूषण को टाॅर्चर करके या फिर ड्रग्स देकर कुछ भी कहलवाया गया और वीडियो बनाया गया।
एक और एक्सपर्ट कर्नल यूएस राठौर कहते हैं कि पाक मिलिट्री कोर्ट की कार्यवाही के दौरान इतना टॉर्चर किया जाता है कि वहां 90% लोग अपने गुनाह कबूल कर लेते हैं।12 साल पहले जासूसी में गिरफ्तार किए गए साजिद मुनीर को सजा पूरी होने के बाद पाकिस्तान भेजने की कोशिश की जा रही है।सरकार ने इसके लिए अपील भी की लेकिन पाकिस्तान की तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
वह फिलहाल पुलिस की देखरेख में है।भोपाल और ग्वालियर की जेल में पाकिस्तान के दो जासूस इमरान बारसी और अब्बास अली भी बंद हैं। दोनों को सजा भी हुई लेकिन इनके साथ आम कैदियों की तरह की बर्ताव हो रहा है। हर रविवार इन्हें खाने में खीर दे रहे हैं। रोजाना सुबह नाश्ते में मीठा दलिया और पोहा दिया जाता है।भोपाल में बंद इमरान 2008 में पकड़ा गया था।