जम्मू-कश्मीर के चदूरा इलाके में आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित समुदाय से संबंध रखने वाले एक सरकारी कर्मचारी की उसके कार्यालय में गोली मारकर हत्या कर दी।इस घटना की विभिन्न राजनीतिक दलों ने निंदा की है।अधिकारियों ने बताया कि दो बंदूकधारी चदूरा इलाके में स्थित तहसील कार्यालय में दाखिल हुए और लिपिक राहुल भट को गोली मार दी।
उन्होंने बताया कि भट की तैनाती प्रवसियों के लिए शुरू विशेष रोजगार पैकेज के तहत की गई थी।अधिकारियों ने बताया कि भट बडगाम के शेखपुरा स्थित प्रवासी कॉलोनी में रहते थे। कश्मीर जोन की पुलिस ने ट्वीट किया, घायल को तत्काल श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी मौत हो गई।
शुरुआती जांच के अनुसार, इस जघन्य अपराध में दो आतंकवादी संलिप्त हैं और उन्होंने अपराध को अंजाम देने के लिए पिस्तौल का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया है। कम ज्ञात संगठन कश्मीर टाइगर्स ने भट की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
गौरतलब है कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 को निष्क्रिय किए जाने के बाद से कश्मीर में गैर मुस्लिमों और बाहर से आए लोगों पर हमले बढ़े हैं। अगस्त 2019 से लेकर मार्च 2022 के बीच जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंड़ितों सहित कुल 14 अल्पसंख्यक हिंदुओं की हत्या आतंकवादियों द्वारा की गई है।
आतंकवादियों द्वारा जिन लोगों को निशाना बनाया गया है, उनमें कश्मीर के विभिन्न हिस्सों के प्रमुख कारोबारी, सरपंच और ब्लॉक विकास परिषद के सदस्य शामिल हैं। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और कश्मीर की अन्य पार्टियों ने भट की हत्या की निंदा की है।सिन्हा ने ट्वीट किया मैं बडगाम में आतंकवादियों द्वारा राहुल भट की क्रूर हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। जो इस जघन्य आतंकवादी हमले के पीछे हैं उन्हें दंडित किए बिना नहीं छोड़ा जाएगा।