सेना ने एक मुठभेड़ में 7 लाख के इनामी पाकिस्तानी आतंकी और जैश-ए-माेहम्मद के कमांडर उमर खालिद को मार गिराया। वह पिछले हफ्ते बीएसएफ कैम्प पर हुए हमले का मास्टरमाइंड था। सिक्युरिटी फोर्स को उसके ठिकाने की सूचना उसकी एक गर्लफ्रेंड ने ही दी थी। प्रेग्नेंट होने के बाद उमर ने उससे पल्ला झाड़ लिया था, जिसका वह बदला लेना चाहती थी।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने बताया कि बारामूला के लाडोरा में आतंकी छिपे होेने की सूचना मिली थी। वहीं, फोर्स ने शोपियां में 3 अन्य आतंकियों को मार गिराया। जम्मू-कश्मीर के डीजी एसपी वैद ने कहा कि सिक्युरिटी फोर्स के लिए यह बड़ी कामयाबी है, क्योंकि खालिद नॉर्थ कश्मीर में सिक्युरिटी कैम्प्स पर हुए कई बड़े हमलों में शामिल था।
उन्होंने बताया कि जैश के इस आतंकी को मारने के लिए चलाए गए ऑपरेशन में जम्मू-कश्मीर पुलिस, लोकल पुलिस और स्पेशल ऑर्गनाइजेशन ग्रुप शामिल थे।पुलिस ने बताया कि खालिद पाकिस्तानी था। वह पिछले दो-तीन साल से इलाके में एक्टिव था। वह आतंकी गुटों के लिए लोगों की भर्ती भी करता था। उसने हाल ही में हंदवाड़ा में एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर और उनके सात साल के बेटे पर अटैक किया था।
उन्होंने बताया कि खालिद A++ कैटेगरी का आतंकी था और उस पर 7 लाख का इनाम रखा गया था।पुलिस के मुताबिक उमर के इस इलाके में 17 लड़कियों से रिलेशन थे। उनमें से एक प्रेग्नेंट हो गई। इस बारे में बताने पर उमर ने उससे पल्ला झाड़ लिया।लड़की की बदनामी हुई और उसे पंजाब जाकर अबॉर्शन करवाना पड़ा। उमर से बदला लेने के लिए वह पुलिस को उसकी मूवमेंट की सूचना देने लगी।
पुलिस ने बताया कि सूचना के आधार पर पुलिस और सिक्युरिटी फोर्स ने लदूरा में सर्च ऑपरेशन चलाया था, जो एनकाउंटर में बदल गया। इसके बाद मौके पर और ज्यादा फोर्स भेजी गई, ताकि आतंकी भाग न पाएं। इस एनकाउंटर में खालिद मारा गया।
पुलिस ने आगे बताया कि हाल ही में श्रीनगर एयरपोर्ट के नजदीक बीएसएफ बटालियन पर और पुलवामा में डिस्ट्रिक्ट पुलिस लाइन पर किए गए आतंकी हमले में खालिद के रोल का पता लगाया जा रहा है।
न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस साल 3 अक्टूबर तक पाकिस्तान ने 503 बार सीजफायर वॉयलेशन किया। इसमें 14 आतंकी मारे गए। इसके अलावा घुसपैठ की 56 कोशिशों में 42 आतंकी मारे गए।