पूर्व रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल तत्काल कश्मीर घाटी भेजने की मांग करते हुए कहा कि मसले का हल निकालने के लिए यदि तत्काल कदम नहीं उठाये गए तो कश्मीर में स्थिति विस्फोटक हो जाएगी।एंटनी ने दो वर्ष पहले कश्मीर का दौरा करने वाले केरल के पत्रकारों के एक समूह की एक पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा, हल निकालने के लिए यदि तत्काल कदम नहीं उठाये गए तो कश्मीर घाटी में स्थिति विस्फोटक हो जाएगी और हाथ से बाहर हो जाएगी।
कांग्रेस नेता एंटनी ने कहा, कश्मीर अब एक ज्वालामुखी है। लोगों, विशेष तौर पर युवाओं के मन में अविश्वास, भय और क्रोध है। केंद्र को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए नहीं तो स्थिति बेहद बिगड़ सकती है। कश्मीर में चीजें नियंत्रण से बाहर हो जाएंगी।उन्होंने कहा कि घाटी में एक राजनीतिक हल निकालने के लिए राज्य के सभी हितधारकों के साथ बातचीत के लिए तत्काल कदम उठाये जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों का दिल और विश्वास जीतने के लिए प्रयास किये जाने चाहिए।उन्होंने कहा, यह एक मुश्किल कार्य है लेकिन हमें वह करना होगा। हमें युवाओं का विश्वास फिर से हासिल करना चाहिए जो केवल बातचीत के जरिये ही हासिल किया जा सकता है। यदि पारंपरिक रास्ते अनुकूल नहीं तो अन्य रास्ते अपनाये जाने चाहिए और एक मानवीय रूख अपनाना चाहिए।
एंटनी ने कहा कि स्वतंत्र भारत में ऐसा पहली बार हुआ है जब कश्मीर में इतने लंबे समय तक कर्फ्यू जारी है। सरकार शुरूआती चरणों में मुद्दे की गंभीरता को समझने में असफल रही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर को भारत के हिस्सा के तौर पर स्वीकार नहीं किया है और यह घाटी में समस्याओं का मूल कारण है।