जेएनयू में 21 अगस्त को हुए रेप के मामले में आरोपी अनमोल रतन को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। रेप का आरोप लगने के बाद से ही अनमोल फरार चल रहा था। इससे पहले अनमोल ने बुधवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इससे कुछ घंटे पहले पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया।
पटियाला हाउस अदालत परिसर की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने रतन को उस वक्त जेल भेजने का आदेश दिया जब दिल्ली पुलिस ने उसकी हिरासत नहीं मांगी।अदालत ने जेल अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे रतन को उचित मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराएं। रतन ने अदालत को बताया था कि उसे हृदय रोग है।इससे पहले अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) नुपूर प्रसाद ने कहा था कि अनमोल रतन ने वसंतकुंज (उत्तर) पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
आईसा का कार्यकर्ता आरोपी 20 अगस्त से फरार था। उसने रात दस बजकर 15 मिनट पर पुलिस थाने में आत्मसमर्पण किया।पुलिस ने कहा कि आरोपी को चिकित्सा जांच के लिए भेजा जाएगा और उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा। उसे कल पटियाला हाउस अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया।