आशुतोष से जांचकर्ताओं ने राजद्रोह के मामले में रविवार को दूसरी बार दक्षिण दिल्ली के आर के पुरम पुलिस थाने में उमर खालिद एवं अनिर्बान भट्टाचार्य के साथ पूछताछ की। इनसे पूछताछ करने वाले अधिकारियों दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई के अधिकारी शामिल थे। एक पुलिस सूत्र ने बताया कि आशुतोष दोपहर बारह बजे आरकेपुरम पुलिस थाने पहुंचा और उसके बाद पूछताछ शुरू हुई और करीब आठ घंटे तक चली। यह पूछताछ दक्षिण जिला की दो टीमों और दिल्ली पुलिस की आतंकवाद निरोधक इकाई स्पेशल सेल के कुछ अधिकारियों द्वारा की गई।
उसने बताया कि आशुतोष से जेएनयू के छात्र उमर खालिद एवं अनिर्बान भट्टाचार्य के साथ पूछताछ की गई। इसी पुलिस थाने में कल भी इन लोगों से पूछताछ की गई थी। ज्यादातर सवाल नौ फरवरी को जेएनयू परिसर में हुए कार्यक्रम के आयोजक के तौर पर उनकी भूमिका के बारे में थे। इस कार्यक्रम के दौरान कथित राष्ट्रविरोधी नारे लगाए गए थे। पूछताछ के बाद आशुतोष को जाने दिया गया। जांचकर्ताओं ने कल भी उससे पूछताछ करने को कहा है। सूत्रों ने बताया कि कल की पूछताछ स्पेशल सेल कर सकती है जिसके पास अब मामला स्थानांतरित किया गया है।
जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष आशुतोष उन छह छात्रों में से एक है जिनकी पुलिस को छात्र नेता कन्हैया कुमारा की गिरफ्तारी के बाद तलाश थी। खालिद, अनिर्बान, आशुतोष और दो अन्य पिछले रविवार को परिसर में फिर नजर आए। बाद में खालिद और अनिर्बान ने आत्मसमर्पण कर दिया था। अन्य ने पुलिस को आने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए लिखा तथा अपने बारे में सभी आवश्यक ब्यौरे भी दिए।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का छात्र संघ प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय गृह मंत्री और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पास जाने की योजना बना रहा है ताकि वह विश्वविद्यालय में हाल ही में उठे विवाद से निपटने के सरकार के तरीके को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर सके। छात्र जेएनयू के प्रशासनिक ब्लाक के बाहर 29 फरवरी को दिन भर धरना भी देंगे। यह धरना पंजीयक भूपिंदर जुत्शी को हटाने की मांग को लेकर होगा।