कन्हैया कुमार ने चिकित्सकीय कारणों की वजह से अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी है लेकिन विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों की भूख हड़ताल शनिवार को 10वें दिन जारी रही.परिसर में नौ फरवरी को हुए विवादास्पद कार्यक्रम के मामले में विश्वविद्यालय की तरफ से सुनाए गए दंड के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों में से छह ने अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है जबकि 14 अन्य की भूख हड़ताल जारी है. इस कार्यक्रम में कथित रूप से भारत विरोधी नारेबाजी की गई थी.
देशद्रोह के मामले में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहा हुए कन्हैया को शरीर में पानी की कमी और कीटोसिस के उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.जेएनयू छात्र संघ ने एक बयान में कहा, ‘‘कन्हैया शुक्रवार रात परिसर में वापस आ गए और उनके स्वास्थ्य को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें भूख हड़ताल नहीं करने की सलाह दी हैं. उन्हें कुछ दिनों तक बिस्तर पर आराम करने की सलाह दी गयी है. उनकी मेडिकल जांच भी होनी हैं. उन्होंने भूख हड़ताल वापस ले ली लेकिन वह आंदोलन जारी रखेंगे.
भूख हड़ताल पर बैठे अन्य छात्रों की स्वास्थ्य रिपोर्टों में कीटोन के उच्च स्तर, निम्न रक्तचाप और वजन में कमी का जिक्र किया गया है.जेएनयू शिक्षक संघ ने प्रशासन के खिलाफ विरोध में शनिवार को रिले भूख हड़ताल का आह्वान किया है. विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र भी विरोध कर रहे छात्रों के साथ शामिल होंगे और शनिवार शाम एक मानव श्रृंखला बनाएंगे.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार को यह कहते हुए छात्रों और अध्यापकों को बाहरी लोगों को आमंत्रित नहीं करने की अपील की थी कि इससे परिसर में शैक्षणिक माहौल और शांति की स्थिति बिगड़ सकती है. प्रशासन ने छात्रों से यह भी कहा कि वे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से आक्रामक कदम उठाने से बचें और वार्ता और चर्चा के लिए आगे आएं.