जेकेएलएफ के अध्यक्ष यासीन मलिक को संगठन के संस्थापक सदस्यों में से एक अमानुल्ला खान के निधन के बाद बुधवार को आयोजित नमाज-ए-जनाजा में हिस्सा लेने से रोकने के लिये हिरासत में ले लिया गया.जेकेएलएफ के प्रवक्ता ने बताया कि अमानुल्ला खान के गायबाना नमाज-ए-जनाजा में भाग लेने से रोकने के लिये पुलिस ने मलिक को उनके मैसुमा क्षेत्र स्थित आवास से हिरासत में ले लिया. उन्हें कोठीबाग थाने में रखा गया है.
वहीं हुर्रियत कांफ्रेस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारुख समेत विभिन्न अलगाववादी संगठनों के वरिष्ठ नेताओं को मंगलवार रात नजरबंद कर दिया गया.हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी गत छह अप्रैल से नजरबंद हैं. वह दो महीने तक बीमार रहने के बाद उसी दिन दिल्ली से लौटे थे. उनके हैदरपुरा स्थित निवास के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल के जवान तैनात हैं.
गौरतलब है कि अमानुल्ला खान का मंगलवार को पाकिस्तान के रावलपिंडी में निधन हो गया था. जेकेएलएफ और विभिन्न अलगाववादी संगठनों ने बुधवार को दोपहर लाल चौक के समीप नमाज ए जनाजा आयोजित करने की घोषणा की है.नमाज-ए-जनाजा को रोकने के लिये श्रीनगर के लाल चौक क्षेत्र के समीप प्रशासन की और से कर्फ्यू जैसी पाबंदी लगाई गयी है. वहीं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये कोठीबाग और मैसुमा थाना क्षेत्र के कुछ इलाकों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गयी है.
राजधानी के मुख्य स्थल लाल चौक के चारों तरफ भारी संख्या में सुरक्षा बल के जवान और राज्य पुलिस बल को तैनात किया गया है. आमतौर पर व्यस्त रहने वाले अमीरा कदल पुल को कांटेदार तार से घेर दिया गया है और लोगों को लाल चौक की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. चौक की तरफ जाने वाली सभी सड़कों और रास्तों को बंद कर दिया गया है और किसी को भी क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.