आज हो सकता है JDU के नये अध्यक्ष का ऐलान

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें मुलाकात का समय दे दिया है. वहीं, बिहार में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट के बाद सियासी संग्राम मच गया है. दरअसल, CAG की रिपोर्ट में पब्लिक सेक्टर के उपक्रमों में गंभीर वित्तीय गड़बड़ियों का खुलासा हुआ है.

बिहार में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल और अब CNG गाड़ियों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. बिहार सरकार की ये कोशिश सूबे में प्रदूषण कम करने के लिए है. लेकिन सरकार की ये मुहिम सफल होती नहीं दिख रही है.

इसके अलावा धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद की मौत के मामले पर ADG संजय आनंद लाठकर ने अपने बयान में कहा है कि अभी भी जांच जारी है.JDU के नये अध्यक्ष का फैसला जल्द हो सकता हैं.

इसको लेकर 31 जुलाई को दिल्ली में जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की जा रही है. दो शिफ्ट में आयोजित इस बैठक की शुरुआत ग्यारह बजे होगी. इस बैठक में ही जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाना है. इस बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच गए हैं.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें मुलाकात का समय दे दिया है. आज दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तेजस्वी यादव की मुलाकात हुई, बता दें कि इस मामले पर तेजस्वी यादव ने विधानसभा की कमिटी बनाने की भी मांग की है, इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी से भी मुलाकात के लिए समय मांगे जाने की मांग की है.

बिहार में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट के बाद सियासी संग्राम मच गया है. दरअसल, CAG की रिपोर्ट में पब्लिक सेक्टर के उपक्रमों में गंभीर वित्तीय गड़बड़ियों का खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, विभिन्न सेक्टरों में किए गए गलत फैसलों से ना सिर्फ बिहार सरकार के खजाने पर अतिरिक्त भार पड़ा है, बल्कि सरकार ने करोड़ों की कमाई का मौका भी गंवाया है.

ऐसे में विधानमंडल के पटल पर रिपोर्ट रखी गई तो विपक्षियों को मुंह खोलने का मौका भी मिल गया. वहीं, मामले पर सत्तापक्ष और विपक्ष में बयानों का सिलसिला चल निकला है.बिहार में कानून-व्यवस्था का खौफ मानो खत्म हो गया है, बेखौफ अपराधी मेयर की हत्या करने से भी नहीं चूक रहे हैं.

दरअसल, कटिहार में बीती रात मेयर शिवराज पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या की इस वारदात के बाद इलाके में तनाव है. वहीं, पूरे मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है.  दलित मेयर की हत्या पर गरमाई राजनीति- बता दें कि कटिहार में मेयर की हत्या को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है.

इसी क्रम में जहां एक तरफ विपक्षी दल ने सरकार का इकबाल खत्म होने का आरोप लगाया, तो वहीं सत्ताधारी बीजेपी और जेडीयू ने दावा किया है कि आरोपियों को किसी भी सूरत में गिरफ्तार किया जाएगा. इधर, आरजेडी विधायकों ने भी विधानसभा में मेयर शिवराज पासवान की हत्या के मुद्दे को उठाया.

आरजेडी विधायक सतीश कुमार दास ने सरकार के इकबाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य में जन प्रतिनिधि सुरक्षित नहीं हैं, सदन में विधायकों को पीटा जाता है, तो कटिहार में मेयर की हत्या कर दी गई.

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