जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे तीन दिन की यात्रा पर शुक्रवार को यहां पहुंच रहे हैं। आबे की विजिट के दौरान दोनों देशों के बीच बुलेट ट्रेन समेत कई समझौते हो सकते हैं। आबे वाराणसी भी जाएंगे। यहां आबे पीएम मोदी के साथ गंगा आरती में शामिल होंगे।आबे शुक्रवार दोपहर दिल्ली पहुंचेंगे। 4 बजे उनकी मुलाकात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से होगी।
भारत-जापान के बीच 9वीं एनुअल समिट शनिवार (12 दिसंबर) को होगी। इसमें मोदी और आबे पिछले एक साल में खासकर बिजनेस और इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में लिए गए फैसलों का रिव्यू करेंगे।98,000 करोड़ रुपए के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को शुरू करने पर अंतिम मुहर लग सकती है।पहली बुलेट ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलाए जाने का प्रस्ताव है। साल 2024 तक पहली बुलेट ट्रेन शुरू करने का प्रस्ताव है।
आबे पीएम मोदी के साथ वाराणसी जाएंगे। यहां वे दशाश्वमेध घाट पर गंगा-आरती में शामिल होंगे।दिल्ली में वह भारत-जापान रिश्तों से जुड़े एक सेमिनार में शामिल होंगे। आबे देश के बिजनेस लीडर्स से भी मिलेंगे।जापान के पीएम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात करेंगे।काशी में 54 साल बाद कोई वर्ल्ड लीडर आ रहा है।आखिरी बार 1961 में ब्रिटिश क्वीन एलिजाबेथ यहां आई थीं।
घाट पर होने वाले कार्यक्रम के लिए लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने मंजूरी दे दी है। हालांकि इसमें नियमों का सख्ती से पालन करने की बात भी कही गई है। सिक्युरिटी के लिए फिलहाल यह स्टेज आर्मी और नेवी के कब्जे में रहेगा। दो दिनों तक वहां के नाव वालों को भी घाट पर जाने की इजाजत नहीं होगी।मोदी और शिंजो भी नेवी की बोट पर बैठकर बातचीत करेंगे। घाटों, मंदिरों और महलों पर शार्प शूटर तैनात रहेंगे।
ड्रोन और 120 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होगी। जापान के सिक्युरिटी एजेंट्स यहां तीन दिन पहले ही पहुंच चुके हैं।12 दिसंबर को दोपहर 3.30 बजे काशी पहुंचेंगे।होटल ताज में रुकेंगे, शाम को विश्वनाथ मंदिर जाएंगे।गंगा आरती में शिरकत करेंगे। ताज होटल में खास मेहमानों के लिए डिनर होगा।