भाजपा का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को बनाया गया है। संसदीय बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया। अमित शाह के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के बाद ही कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही नड्डा को यह जिम्मेदारी मिल सकती है।
संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने बताया, अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा ने कई चुनाव जीते। लेकिन, जब प्रधानमंत्री ने उन्हें गृह मंत्री पद की जिम्मेदारी दी, तब उन्होंने कहा कि मैं अब पूरी ईमानदारी के साथ भाजपा अध्यक्ष पद का दायित्व नहीं निभा पाऊंगा।
उन्होंने इस पद की जिम्मेदारी दूसरे को दिए जाने की बात कही थी। इसके बाद बैठक में फैसला लिया गया कि जेपी नड्डा कार्यकारी अध्यक्ष होंगे।नड्डा ब्राह्मण परिवार से हैं और राज्यसभा से सांसद हैं। वे भाजपा के संसदीय बोर्ड के सचिव भी हैं।
नड्डा पार्टी के लिए कुशल रणनीति बनाने के लिए जाने जाते हैं। उन्हें इस चुनाव में उत्तरप्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी। यहां सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद भाजपा को 80 में से 62 सीटों पर जीत मिली। जबकि सहयोगी अपना दल ने 2 सीटों पर जीत हासिल की।
2014 लोकसभा चुनाव के दौरान अमित शाह को भाजपा ने उत्तरप्रदेश का प्रभारी बनाया था। उस वक्त राजनाथ सिंह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। हालांकि, सरकार आने के बाद उन्होंने यह पद छोड़ दिया था।
इसके बाद शाह को पार्टी अध्यक्ष बनाया गया था।पटना से बीए की पढ़ाई करने के बाद नड्डा ने हिमाचल से एलएलबी की। इसके बाद वे हिमाचल से तीन बार विधायक भी रहे।
2014 में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया।नड्डा का मुख्य फोकस दक्षिण के राज्यों में भाजपा का जनाधार बढ़ाने पर हो सकता है। यहां तेलंगाना में भाजपा ने 4 और कर्नाटक में 23 सीटों पर जीत हासिल की।