राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री कंगना रनौत जिन्होंने एक छोटे शहर से निकलकर बालीवुड में नंबर वन अभिनेत्री बनने तक का एक लंबा सफर तय किया, का कहना है कि शुरूआती दिनों की तुलना में उनका आज का संघर्ष बहुत कम है।बालीवुड क्वीन कंगना ने कहा कि ‘आज मेरे लिए अच्छी भूमिका पाना मुश्किल नहीं है। मैं हमेशा से ही बालीवुड में एक बाहरी व्यक्ति थी और हमेशा ही रहूंगी। एक समय था जब मेरे लिए बालीवुड में काम पाना मुश्किल था पर अब ऐसा बिल्कुल नहीं है। अब अलग तरह का संघर्ष है लेकिन पहले जितना नहीं। ’ ‘ए’ श्रेणी की अभिनेत्री बनने के बाद अब कंगना का मानना है कि अभिनेत्री बनना केवल ग्लैमरस होना नहीं है।
28 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि ‘ मैं 70-80 के दशक की फिल्में देखती थी..जिसमें वो चश्में पहनते थे,अच्छे कपड़े पहनते थे, अच्छे दिखते थे और अशिष्टता से व्यवहार करते थे, मुझे लगता था कि यही स्टार होना होता है। फिल्मों को लेकर मेरा नजरीया एकदम बाहरी था।’ ‘‘पर यह ग्लैमरेस नहीं है। बालीवड में बने रहना इतना आसान नहीं है।
बालीवड दुनिया की बड़ी इंडिस्ट्री में से एक, फिल्में बनाने में बहुत पैसा लगता है, तकनीक का इस्तेमाल करना, अभिनेताओं को लेना, दर्शकों तक उसे पहुंचाना..यह एक कठिन व्यवसाय है।’ कंगना ने कहा कि वो अभी बालीवुड के शीर्ष पर नहीं पहुंची है ये मेरे करियर का सबसे टॉप समय नहीं है। ‘क्वीन’ के लिए राष्ट्रीय अवार्ड मिलने के बाद से लोगों का नजरिया जरूर बदला है। क्वीन , गैंग्स्टर, फैशन ,मेट्रो जैसी फिल्मों से बालीवुड में धूम मचा चुकि कंगना अब ‘तनु वेड्स मनु 2’ के साथ एक बार फिर बड़े पर्दे पर धमाल मचाने को तैयार है।