चेन्नईयिन एफसी ने बेहद रोमांचक फाइनल में एफसी गोवा को 3-2 से हराकर इंडियन सुपर लीग फुटबाल टूर्नामेंट का खिताब जीता.लक्ष्मीकांत कट्टिमनी के आत्मघाती गोल और कोलंबिया के स्टार स्ट्राइकर स्टीवन मेंडोजा के आखिरी क्षणों में किए गए निर्णायक गोल से चेन्नईयिन ने खिताब जीता. इस बेहद उतार चढ़ाव वाले मैच में पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ लेकिन दूसरे हाफ में पांच गोल किए गए. आखिरी क्षणों तक किसी भी टीम की जीत सुनिश्चित नहीं लग रही थी लेकिन ऐसे समय में अंतिम मिनट में गोवा के गोलकीपर लक्ष्मीकांत के हाथों से आत्मघाती गोल हुआ. इसी मिनट में मेंडोजा ने विजयी गोल करके चेन्नईयिन को पहली बार चैंपियन बना दिया.
चेन्नईयिन की तरफ से ब्रूनो पेलिसारी (54वें मिनट में पेनल्टी पर) और स्टीवन मेंडोजा (दूसरे हाफ के इंजुरी टाइम में) ने गोल किए. इसके अलावा लक्ष्मीकांत का आत्मघाती गोल भी उनके खाते में जुड़ा. एफसी गोवा के लिए थोंगकोसीम हाओकिप (58वें) और जोफ्रे (87वें मिनट) ने गोल दागे.पहला हाफ गोलरहित छूटने के बाद चेन्नईयिन ने दूसरे हाफ के शुरू में दबदबा बनाया. पेलिसारी ने दूसरे हाफ के छठे मिनट में ही बॉक्स के बाहर से गोल पर करारा शॉट लगाया लेकिन उनका निशाना सही नहीं लगा. इसके दो मिनट बाद एफसी गोवा के प्रणय हलदर ने मेंडोजा को बॉक्स के अंदर गिरा दिया जिसके लिए रेफरी ने चेन्नईयिन को पेनल्टी दे दी.
गोवा के गोलकीपर लक्ष्मीकांत ने पेलिसारी का पहला शॉट रोक दिया लेकिन वह गेंद पर पूरी तरह नियंत्रण नहीं रख पाए. गेंद उनके हथेली से लगकर वापस पेलिसारी के पास पहुंच गई जिन्होंने रिबाउंड पर गेंद को खाली पड़ी नेट में पहुंचाने में कोई गलती नहीं की. चेन्नईयिन के सह मालिक अभिषेक बच्चन सहित उनके प्रशंसक इस गोल से खुशी में झूमने लगे.
एक गोल से पिछड़ने के बाद एफसी गोवा ने हमलावर तेवर अपनाए और उसे जल्द ही इसका फायदा मिला. खेल के 58वें मिनट में थोंगकोसीम हाओकिप को दाएं छोर से पास मिला और उन्होंने उस पर गोल करने में कोई गलती नहीं की. चेन्नईयिन के पास हालांकि इसके एक मिनट बाद फिर से बढ़त हासिल करने का सुनहरा मौका था लेकिन मेंडोजा पेनल्टी को गोल में बदलने से चूक गए.
मेंडोजा अपने कौशल का बेहतरीन नमूना पेश करके बॉक्स के अंदर पहुंचे थे. गोलकीपर लक्ष्मीकांत ने उनका शॉट रोकने के लिए डाइव लगाई लेकिन इस प्रयास में उन्होंने कोलंबियाई खिलाड़ी को नीचे गिरा दिया. चेन्नईयिन को पेनल्टी मिली और पहले अवसर पर पेलिसारी के चूकने के कारण मेंडोजा ने स्वयं गोल करने का जिम्मा उठाया.