स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी और उनकी पत्नी इंद्राणी तथा दो अन्य आरोपियों को आमने-सामने लेकर आई और उन सभी से गहन पूछताछ की गई.पीटर अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुधवार सुबह खार पुलिस थाने पहुंचे. हत्याकांड में कथित रूप से शामिल इंद्राणी, उनके पूर्व पति संजीव खन्ना और चालक श्याम राय को भी थोड़ी देर बाद वहां लाया गया.
एक पुलिस दल वोरली क्षेत्र में पीटर के आवास पर भी गया जबकि माना जाता है कि कोलकाता में एक दल ने खन्ना का लैपटाप जब्त किया जो जांच में मदद करेगा.समझा जाता है कि पुलिस ने पीटर और उनके वकील की मौजूदगी में तीनों आरोपियों से पूछताछ की. 24 अगस्त को गिरफ्तारी के बाद शायद यह पहला मौका है जब इस तरह का आमना-सामना कराया गया है.
इंद्राणी पर आरोप है कि वित्तीय विवाद को ले कर उसने 2012 में पूर्व पति खन्ना और चालक राय की मदद से शीना की हत्या की थी. शीना एक अन्य पूर्व पति से इंद्राणी की बेटी थी.पीटर पिछले हफ्ते पुलिस स्टेशन गए थे, लेकिन मुंबई पुलिस ने उनका लिखित बयान स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. पुलिस ने उनसे कहा था कि जब जरूरत पड़ेगी उन्हें पूछताछ के लिए बुला लिया जाएगा.
इससे पहले, एक स्थानीय अदालत ने तीनों आरोपियों- इंद्राणी, खन्ना और राय- की पुलिस हिरासत पांच सितंबर तक बढ़ा दी थी.पीटर ने 13 साल पहले इंद्राणी से शादी की थी और उन्होंने इंद्राणी के साथ मिल कर एक मीडिया कंपनी स्थापित की थी. उन्होंने पहले कहा था कि उन्हें नहीं पता कि शीना बोरा उनकी पत्नी की बेटी है और इंद्राणी ने उसका परिचय अपनी बहन के रूप में कराया था.
इंद्राणी की गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद पीटर ने अपने बयान में तब्दीली की और कहा कि शीना बोरा ने उसे बताया था कि वह उसकी सौतेली बेटी है, लेकिन कोई वजह नहीं थी कि वह अपनी पत्नी इंद्राणी मुखर्जी के इनकार पर भरोसा नहीं करें. यह बात दीगर है कि उन्होंने ‘‘इसे स्वीकार करना मुश्किल’’ पाया.पीटर ने कहा कि यही बात उनके बेटे राहुल मुखर्जी ने उन्हें बताई, लेकिन उन्होंने उसकी बात भी स्वीकार नहीं की.
पीटर ने कहा कि उन्हें हल्का सा याद है कि कब उन्हें तथ्य से अवगत कराया गया. यह 2011 की बात थी.
शीना और पीटर के पूर्व पत्नी से पैदा हुए बेटे राहुल मुखर्जी के बीच प्रेम संबंध थे. शीना की कथित रूप से 24 अप्रैल 2012 को हत्या कर दी गई थी.शीना का कथित रूप से एक कार में गला घोंटा गया. उसके बाद उसका शव जला दिया गया और रायगढ़ के एक जंगल में उसे फेंक दिया गया.उसके कथित अवशेष एक माह बाद पुलिस को मिले जिसने उसे लावारिस करार दे कर दफना दिया.तीन साल तक इंद्राणी अपने परिजन और दोस्तों को बताती रही कि शीना अमेरिका चली गई है.