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बंगाल में ब्लू व्हेल खेल रहे स्टूडेंट ने किया सुसाइड

ब्‍लू व्‍हेल गेम की वजह से भारत में सुसाइड का दूसरा मामला सामने आया है। मुंबई के बाद अब वेस्ट बंगाल में 14 साल के स्टूडेंट ने जान दी। यहां के मिदनापुर में लड़के की बॉडी घर के बाथरूम में मिली। कहा जा रहा है कि उसे ब्‍लू व्‍हेल खेलने की लत लग गई थी। पिछले दिनों मुंबई में एक स्टूडेंट ने इसके चक्कर में बिल्डिंग से छलांग लगाई थी।

फिर पुणे और इंदौर जैसे शहरों से भी बच्चों के ब्लू व्हेल के झांसे में आने की खबरें आईं। भारत समेत चीन, अमेरिका और कई देशों में गेम 130 लोगों की जान ले चुका है। गेम में 50 दिनों का टास्क दिया जाता है और आखिर में सुसाइड जैसा कदम उठाना होता है।वेस्ट मिदनापुर के आनंदपुर कस्‍बे के रहने वाला अंकन डे 10th क्लास में पढ़ता था।

शनिवार को वह बाथरूम गया और काफी देर तक बाहर नहीं आया। इसके बाद फैमिली मेंबर्स ने दरवाजा तोड़ा तो अंकन फर्श पर पड़ा मिला।घरवालों ने बताया कि अंकन ने अपना सिर प्लास्टिक बैग में ढंक लिया और गर्दन के पास बैग को कसकर बांध रखा था। दम घुटने की वजह से उसकी मौत हो गई। उसके दोस्‍तों ने बाद में बताया कि अंकन ‘ब्‍लू व्‍हेल चैलेंज’ गेम खेल रहा था।

टीन एजर्स गेम मानकर ब्लू व्हेल के जाल में फंस रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर ब्लू व्हेल ऐप तलाशे जा रहे हैं, लेकिन असल में यह न तो गेम है और न ही ऐप है। यह अपराधी किस्म के लोगों का एक ट्रैप (जाल) है, जो दुनियाभर में अब तक 130 लोगों की जान ले चुके हैं। नासमझी में बच्चे इसके आसानी से शिकार बन रहे हैं।

ब्लू व्हेल के पीछे दिमाग है मास्को (रूस) के फिलिप बुडेईकिन का। उसे गिरफ्तार किया जा चुका है और वह तीन साल की सजा काट रहा है। गेम से पहली मौक का मामला 2015 में आया था।30 जुलाई को मुंबई के अंधेरी ईस्ट की शेर-ए-पंजाब कालोनी में 14 साल के मनप्रीत सिंह साहनी ने 5 मंजिला इमारत से कूदकर जान दे दी।

आशंका जताई जा रही है कि उसने ब्लू व्हेल गेम का टास्क पूरा करने के लिए यह कदम उठाया।उसने 9वीं कक्षा में पढ़ रहे अपने दोस्त को संदेश भेजा था ‘मैं बिल्डिंग से कूद रहा हूं। इस गेम की वजह से दुनियाभर में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है।दरअसल, 10-11 अगस्त को महाराष्ट्र के सोलापुर में 14 साल का बच्चा ब्लू व्हेल गेम का स्टेज पूरा करने घर छोड़कर पुणे जा रहा था।

माता-पिता के लिए छोड़े नोट में बच्चे ने लिखा था मैं पुणे जा रहा हूं। मेरी लौटने की कोई योजना नहीं है।हालांकि, समय रहते पुलिस ने उसे ढूंढ लिया था।10 अगस्त को मध्य प्रदेश के इंदौर में गेम का आखिरी चैलेंज पूरा करने के लिए 7th का स्टूडेंट स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदने लगा। लेकिन दोस्तों ने उसे खींचकर बचा लिया।

उसने दोस्तों के कहा था कि आज आखिरी टास्क है, मुझे छत के ऊपर से कूदकर जान देना है। दोस्तों ने बताया कि वह चलती वैन से कूदकर जान देने की बात कह रहा था। प्रेयर के दौरान भी वह अजीब सा बर्ताव कर रहा था। तभी से हम उस पर ध्यान दे रहे थे। पिता ने बताया कि उनके फोन पर वह 50 दिन से यह गेम खेल रहा था।

ब्लू व्हेल गेम को लेकर बच्चों के साथ हो रहे हादसे रोकने के लिए केरल ने केंद्र सरकार से इस गेम पर रोक लगाने की अपील की है।वहीं, मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी कहा कि हम भी केंद्र सरकार से इस गेम पर बैन लगाने की मांग करेंगे।केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि पुलिस ने पैरेंट्स के लिए जरूरी अलर्ट जारी किए हैं।

बच्चों और माता-पिता को आगाह करने के लिए कैंपेन चलाएंगे।माकपा विधायक राजू इब्राहिम ने बताया कि एक रिपोर्ट के मुताबिक केरल में कम से कम 2000 बच्चे यह खतरनाक गेम डाउनलोड कर चुके हैं।

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