प्रशिक्षण अभियान में भारतीय वायुसेना ने आरएएफ को पराजित कर दिया। इस अभ्यास से ब्रिटेन के पायलटों को रूस के सबसे नए उन्नत लड़ाकू विमानों से प्रतिस्पद्र्धा करने का मौका मिला। आपरेशन इंद्रधनुष के दौरान आरएएफ टाइफून एफजीआर4 लड़ाकू विमानों के मुकाबले में भारतीय वायुसेना ने रूस निर्मित एसयू-30 एमकेआइ फ्लैंकर लड़ाकू विमानों का चार बेड़े को उतारा।बाल्टिक क्षेत्र में तनाव बढ़ते जाने के बीच ब्रिटेन के पायलटों को रूस द्वारा विकसित विमानों के साथ प्रशिक्षण का अवसर मिलना उनके लिए बेहद सुखद रहा। यूक्रेन में चल रहे संकट के कारण बाल्कि क्षेत्र में तनाव बढ़ा है और आरएएफ की तैनाती की गई है।
ब्रिटिश प्रतिद्वंद्वियों को 12-0 से पराजित करने की भारतीय पायलटों की घोषणा से आरएएफ के समकक्ष अधिकारी हतोत्साहित हुए। एक साक्षात्कार में भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन आशु श्रीवास्तव ने दावा किया कि क्लोज रेंज डॉगफाइट के दौरान ब्रिटेन के लड़ाकू विमानों पर जीत हासिल करने से आरएएफ का दावा हास्यास्पद हो जाता है। श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे पायलटों ने लीक से हटकर प्रदर्शन किया।दो टाइफून भी नहीं दे सकते मात: मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि भारतीय वायुसेना के पास आरएएफ के और उन्नत टाइफून को किसी भी स्थिति में पराजित करने की क्षमता है।