आईसीएमआर ने दूर-दराज के क्षेत्रों में चिकित्सा आपूर्ति के लिए स्वास्थ्य सेवा में ड्रोन के उपयोग के लिए एक मार्गदर्शन दस्तावेज जारी किया। पूर्वोत्तर राज्यों मणिपुर और नागालैंड में कोविड-19 टीके पहुंचाने के लिए ड्रोन का उपयोग करने के बाद अनुसंधान निकाय इस दस्तावेज के साथ आया है।
मार्गदर्शन दस्तावेज के अनुसार 2एओसी और 8एओसी के बीच भंडारण तापमान के साथ कोविड-19 टीके और सीरम, टैबलेट और कैप्सूल, बोतलों में सिरप, दस्ताने, सीरिंज, रक्त बैग, नैदानिक जैविक ऊतक, मूत्र, रक्त, थूक, लार या जमे हुए नमूने ड्रोन से ही ले जाया जा सकता है।
आईसीएमआर के महानिदेशक प्रो. डॉ. बलराम भार्गव ने दस्तावेज की प्रस्तावना में कहा है 1.3 अरब वाले राष्ट्र के रूप में हमने अपनी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को उन्नत करने में कई चुनौतियों का सामना किया है। कोविड महामारी ने इस चुनौती को और बढ़ा दिया, लेकिन हमें कुछ मुद्दों पर फिर से विचार करने और उन्हें ठीक करने का अवसर भी दिया।
कोविड-19 के आगमन के साथ टीके, कउटफ ने भारत में दुर्गम इलाकों में इन टीकों की डिलीवरी की परिकल्पना की थी। यह मार्गदर्शन दस्तावेज चिकित्सा आपूर्ति के ड्रोन-आधारित वितरण की योजना और निष्पादन में शामिल विभिन्न बारीकियों को समझने में सहायता करेगा।