भारतीय वायुसेना ने पीओके में घुसकर आतंकी कैम्पों पर हमला किया

भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। आज तड़के 3.30 बजे मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर हमला किया। 12 मिराज विमानों ने 1000 किलो बम बरसाए।

इसमें कई आतंकी कैंप तबाह हुए हैं। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक बुलाई। वहीं, भारतीय वायुसेना के हवाई हमले के बाद पाक विदेश मंत्रालय ने आपात बैठक बुलाई है।

वायुसेना सूत्रों ने कहा- भारतीय लड़ाकू विमानों ने पंजाब के आदमपुर से उड़ान भरी थी। बालाकोट, चकोटी, मुजफ्फराबाद में जैश के ठिकाने तबाह कर दिए गए। जैश का कंट्रोल रूम अल्फा-3 उड़ा दिया गया। बालाकोट पाकिस्तान के प्रांत खैबर पख्तूनख्वाह में स्थित है।

हमले वाली जगह एलओसी से करीब 50 किलोमीटर दूर है। 14 फरवरी को हुए पुलवामा फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।भारत की कार्रवाई पर पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर एक ट्वीट किया कि भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश की थी।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भारत की कार्रवाई पर कहा अगर यह बात सच है तो यह छोटा हमला नहीं है। यह हमारी उम्मीद से परे है। इस बीच श्रीनगर में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलफ) के प्रमुख यासीन मलिक के घर छापे की कार्रवाई की है।

सरकार ने पिछले हफ्ते मलिक समेत 18 अलगाववादियों की सुरक्षा हटा दी थी।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 23 फरवरी को दिए बयान में कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच बेहद खराब हालात हैं। भारत बड़ी कार्रवाई करेगा। अमेरिकी प्रशासन दोनों देशों के संपर्क में है। उम्मीद है ये दुश्मनी जल्द खत्म होगी।

भारतीय जवानों ने उड़ी हमले के बाद 28-29 सितंबर 2016 की दरमियानी रात पीओके में घुसकर आतंकियों के लॉन्चिंग पैड तबाह किए थे। ऑपरेशन इतना सीक्रेट था कि उसकी जानकारी सिर्फ 7 लोगों को थी। उस ऑपरेशन का हिस्सा रहे लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र रामराव निंभोरकर ने एक कार्यक्रम में बताया था कि ऑपरेशन सिर्फ 2 घंटे में पूरा हुआ था।

भारतीय सेना तड़के 3.30 बजे लक्ष्य पर पहुंच गई थी और ऑपरेशन खत्म कर करीब साढ़े पांच बजे बेस कैंप में लौट आई थी। कार्रवाई में करीब 38-40 आतंकी मारे गए थे। उस वक्त पीओके में 42 आतंकी कैंप एक्टिव थे। जिस इलाके में स्ट्राइक हुई, वहां 11-12 कैंप थे।

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