भारतीय उच्चायुक्त रवि थापर को नयी दिल्ली वापस बुला लिया गया है.विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि उनकी पत्नी पर एक कर्मचारी को प्रताड़ित करने के आरोप लगने के बाद यह कदम उठाया गया है और इस मामले की विस्तार से जांच की जा रही है.मंत्रालय ने आरोपों को ध्यान में रखते हुए मामले की स्वतंत्र जांच के लिए एक टीम पिछले महीने न्यूजीलैंड भेजी थी जिसकी रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गयी है.माना जा रहा है कि पीड़ित एक शेफ है. वेलिंगटन में राजनयिक के आवास से एक रात वह 20 किलोमीटर पैदल चला गया जहां पर उसे परेशान स्थिति में देखा गया.
न्यूजीलैंड की मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि उसके बाद उसे पुलिस थाना ले जाया गया और फिर कई रातें उसने वेलिंगटन रैन बसेरे में गुजारी. उसने आरोप लगाया कि उसे बंधक बनाकर रखा गया और उच्चायुक्त की पत्नी शर्मिला ने उसे प्रताड़ित किया.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि मंत्रालय के पास यह मामला पहली बार 10 मई को आया था जब उच्चायोग के सर्विस स्टाफ दल का एक कर्मचारी लापता पाया गया था.उन्होंने बताया कि हालांकि कर्मचारी ने कोई मामला दर्ज नहीं कराया है, विदेश मंत्रालय मामले की जांच करेगा. उच्चायुक्त को वापस मुख्यालय में पदस्थ कर दिया गया है.
स्वरूप ने बताया कि उच्चायोग ने इसकी जानकारी तुरंत न्यूजीलैंड पुलिस और विदेश मंत्रालय दोनों को दे दी थी और अधिकारियों से जानकारी मिली थी कि कर्मचारी 11 मई को पुलिस के समक्ष गया और कुछ आरोप लगाए थे.उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय इस तरह के मामले को बहुत गंभीरता से लेता है और इसकी स्वतंत्र जांच के लिए एक टीम मुख्यालय से न्यूजीलैंड भेजी गयी थी.
स्वरूप ने बताया कि इस मामले को हल करने के लिए टीम ने न्यूजीलैंड के अधिकारियों की मदद ली थी. टीम ने भारत वापस लौटने के इच्छुक पीड़ित कर्मचारी को वापस लौटने में भी मदद की. वह 28 मई को वापस लौट गया था.इस बीच, मीडिया की खबरों में शनिवार को बताया गया कि उच्चायुक्त रवि थापर आने की तैयारी कर रहे हैं. शनिवार सुबह उनके वेलिंगटन स्थित आवास पर एक गाड़ी खड़ी हुयी नजर आयी.विदेश और व्यापार मंत्रालय (एमएफएटी) ने कहा कि उसे जानकारी है कि थापर न्यूजीलैंड छोड़ने की तैयारी कर रहे है.