अग्नि 5 मिसाइल का टेस्ट कामयाब रहा। यह इंटरकॉन्टिनेंटल लॉन्ग रेंज बैलेस्टिक मिसाइल है जो पांच हजार किलोमीटर तक मार कर सकती है। इसकी रेंज में चीन के ज्यादातर शहर हैं। DRDO के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को यह जानकारी दी है। इसका टेस्ट ओडिशा के बालासोर में अब्दुल कलाम आईलैंड से किया गया।
डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी से कहा- अग्नि 5 देश की सबसे लंबी रेंज वाली न्यूक्यलियर कैपेबल मिसाइल है। इसे सुबह 9.55 बजे अब्दुल कलाम आईलैंड से छोड़ा गया। इसका जो काम है, वो इसने पूरा कर दिखाया।सूत्रों ने कहा- यह मिसाइल तीन स्टेज में काम करती है।
इस बार भी ऐसा ही हुआ। सही वक्त पर यह बंगाल की खाड़ी में गिरी। बता दें कि अग्नि 5 को पूरी तरह देश में ही तैयार किया गया है। इसके लिए कम्पोजिट रॉकेट मोटर इस्तेमाल किए जाते हैं। इन्हें भी भारत में ही बनाया गया है।मिसाइल की लॉन्चिंग के साथ ही इसका रियल टाइम डाटा लिया गया।
इस मिसाइल की कामयाबी से भारत अब एशिया के ज्यादातर हिस्से को अपनी जद में ले सकता है। चीन के नार्थ-ईस्ट हिस्से के अलावा यूरोप भी इसके रेंज में है।यह मिसाइल 17 मीटर लंबी और 2 मीटर चौड़ी है। वजन करीब 50 टन है। इस पर 1 टन का पे लोड (हथियार) भी रखे जा सकते हैं।1000 किलो तक वॉरहेड ले जा सकती है।
17 मीटर लंबी अग्नि-5 का वजन 50 टन है। लॉन्चिंग सिस्टम में कैनस्टर टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है। इसकी वजह से मिसाइल को आसानी से कहीं भी ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है।सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल को आसानी से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता।मिसाइल की तीन स्टेज हैं। ये सॉलिड फ्यूल से चलती है। कई न्यूक्लियर वॉरहेड एक साथ छोड़े जा सकेंगे। एक बार छोड़ने पर इसे रोका नहीं जा सकेगा।