भारत और अमेरिका इस महीने एक अहम साजोसामान समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं जिससे दोनों देश मरम्मत और आपूर्ति फिर से भरने के लिए एक दूसरे के अड्डों और संपत्तियों का प्रयोग कर सकेंगे.लाजिस्टिक्स एक्सचेंज मैमोरेंडम आफ एग्रीमेंट नाम के समझौते पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के 29 अगस्त से शुरू हो रहे अमेरिका के दौरे के दौरान हस्ताक्षर होने की संभावना है.
समझौते की घोषणा अमेरिकी रक्षा मंत्री अश्टन कार्टर की इस साल अप्रैल में यात्रा के दौरान की गई थी.इस समझौते के बाद दोनों देशों को आपूर्ति भरने और ईंधन फिर से भरने के लिए एक दूसरे के अड्डों और संपत्तियों का प्रयोग करने की अनुमति होगी.हालांकि इसके तहत एक दूसरे के अड्डों पर जवानों को ठहरने की अनुमति नहीं होगी.