आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ति विरोधी कानून के तहत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा के खिलाफ जांच के सिलसिले में उनसे पूछताछ की।आयकर अधिकारियों के दल ने सुखदेव विहार स्थित उनके परिसर में पहुंच कर उनके बयान दर्ज किए।
पेशे से कारोबारी 52 वर्षीय वाड्रा ने कहा कि इस पूछताछ का मकसद किसानों के आंदोलन जैसे देश से जुड़े वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाना है। सूत्रों के मुताबिक वाड्रा को आयकर विभाग के कार्यालय पहुंच कर जांच में शामिल होना था लेकिन उन्होंने कोविड-19 से संबंधित दिशानिर्देशों का हवाला दिया।
इसके बाद आयकर अधिकारियों का दल सुखदेव विहार स्थित उनके आधिकारिक परिसर पहुंचा और पूछताछ की।आयकर विभाग के दल की ओर से बेनामी संपत्ति लेनदेन (निषेध) कानून के प्रावधानों के तहत करीब आठ घंटों तक वाड्रा से पूछताछ की गई और उनका बयान दर्ज किया गया।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान के बीकानेर में वाड्रा से संबंधित एक कंपनी द्वारा कुछ भूखंड खरीदे जाने के संदर्भ में पूछताछ की गई। इसी मामले को लेकर ईडी ने 2015 में धनशोधन का मामला दर्ज किया था।