सरकारी साधारण बीमा कंपनियों के कार्मिक आज हड़ताल पर हैं. हड़ताल की वजह निजीकरण की नीति है. केंद्र ने जनरल नेशनलाइजेशन बिल 1972 में केंद्र सरकार ने लागू किया, जिससे बीमा अधिनियम 1972 के अनुसार केंद्र सरकार की हिस्सेदारी कम से कम 51 फीसदी थी. कंपनी का प्रमुख स्वामित्व केंद्र सरकार के पास था.
अब संशोधन विधेयक 2021 को ध्वनिमत से लोकसभा में पारित कर दिया है. इससे केंद्र सरकार की पूर्ण शक्तियां निदेशकों को हस्तांतरित हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि बिल संशोधन कर सामान्य बीमा कंपनियों को निजीकरण की ओर धकेल दिया है.
निजी कंपनी के निदेशक बेलगाम होंगे. बीमा कंपनियों के कर्मचारियों का भविष्य दांव पर लग गया है.राजस्थान में भी 4100 से अधिक कार्मिक आज हड़ताल पर रहेंगे. जयपुर में बीमा भवन पर बड़ा प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी की कोशिश होगी.