कानपुर के दो दोस्तों ने जो कोरोना महामारी से ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. इन दोस्तों ने कोविड की दूरसी वेव के दौरान व्हॉट्सएप पर एक ग्रुप बनाया था, जिसमें ऐसे लोगों को एड किया जिनकी वैक्सीनेशन अभी तक नहीं हो पाई. या जिन लोगों को समझ नहीं आ रहा कि ऑनलाइन स्लॉट कैसे बुक किए जाएं.
इन हीरोज़ का नाम है फोटोग्राफर मनीष त्रिपाठी और एडवोकेट अमित मिश्र.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह व्हॉट्सएप ग्रुप उन लोगों के लिए बनाया गया था, जो टीका लगवाने वालों की भीड़ में अपना स्लॉट बुक नहीं करवा पा रहे थे. यह देखकर मनीष और अमित ने एक आइडिया निकाला और सोशल मीडिया को समाधान बनाया.
उन्होंने चैट ग्रुप में ऐसे लोगों को जोड़ना शुरू किया जो वैक्सीनेशन बुकिंग के लिए परेशान थे. ऐसे में उन लोगों से मनीष और अमित ने फोन नंबर्स मांगे और उनकी मदद की. एक समय तो ऐसा भी आया, जब लोगों के फोन आना बंद ही नहीं होते थे. पूरा दिन मोबाइल की घंटी बजती रहती थी.
उनका कहना है कि दोनों दोस्त अबतक करीब 10 हजार लोगों के लिए स्लॉट बुक कर चुके हैं.आप अंदाजा लगा सकते हैं कि 10 हजार लोगों का स्लॉट बुक कराना, वह भी हाई पीक पर, कितना मुश्किल रहा होगा. वहीं, लोगों का एड्रेस देख उनके घर के पास वाले टीकाकरण सेंटर पर ही बुकिंग कराना और भी मुश्किल.
लेकिन दोनों दोस्त इसके लिए लगे रहे. वह बताते हैं कि छुट्टियों का दिन और रविवार तो फोन में बुकिंग कराने में ही निकल जाता था.वैक्सीनेशन शुरू होने के इतने महीनों बाद अब लोग समझ गए हैं कि स्लॉट कैसे बुक किया जाता है.
वहीं, रोजाना की भीड़ भी थोड़ी कम हो गई है. ऐसे में अब मदद के लिए रोज के करीब 10 कॉल ही आते हैं. लेकिन उन्हें पूरी सहायता मिलती है. इसी के साथ वह व्हॉट्सएप ग्रुप अब निराश्रित बुजुर्गों को भोजन और दवा दिलाने के लिए चलाया जा रहा है.