दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद अमित शाह लगातार दूसरी बार भाजपा के अध्यक्ष बन सकते हैं.एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक बिहार में भाजपा की हार के बाद जहां पार्टी के कई नेताओं ने अमित शाह के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने अमित शाह को बहुत मेहनती करार देते हुए उन्हें बदलने का विरोध किया है.संघ के मुताबिक बिहार में भाजपा की हार के लिए अमित शाह को जिम्मेदार मानना सही नहीं होगा क्योंकि बिहार में लालू-नीतीश के महागठबंधन की स्ट्रैटेजी कामयाब हुई. इसे अमित शाह से जोड़कर देखना उचित नहीं है.
संघ का मानना है कि अमित शाह ने भाजपा को लोकसभा चुनावों में बड़ी जीत दिलाई. उसके बाद हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में जीत दिलाई. इसके अलावा मणिपुर, केरल और लद्दाख जैसे क्षेत्रों में पहली बार भाजपा का असर दिखा. जम्मू कश्मीर में भी पार्टी की पीडीपी के साथ गठबंधन की सरकार बनी. फिलहाल संघ ने मोदी और शाह की जोड़ी पर भरोसा जता दिया है. माना जा रहा है कि बतौर भाजपा अध्यक्ष शाह के दूसरी पारी की घोषणा जल्द ही हो सकती है.