शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन स्थित डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय में छात्रों को भारतीय राजनीति का इतिहास पढ़ाया.उन्होंने 11वीं और 12वीं के करीब 80 छात्रों को भारतीय राजनीति का इतिहास विषय पर करीब एक घंटे का व्याख्यान दिया. राष्ट्रपति ने आजादी के बाद भारतीय राजनीति के इतिहास और उसके विकास के साथ-साथ देश और दुनिया में आतंकवाद के बढ़ते खतरे के बारे में भी बताया.
सन् 1969 में राजनीति में आने से पहले प्रणब मुखर्जी एक कॉलेज में प्रोफेसर और पत्रकार थे. पिछले साल भी राष्ट्रपति ने शिक्षक दिवस के अवसर पर इसी विद्यालय के बच्चों को पढ़ाया था. मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आग्रह पर राष्ट्रपति बच्चों को पढ़ाने के लिए तैयार हुए थे.
इससे पूर्व रविवार को राष्ट्रपति ने शिक्षक दिवस के अवसर पर देशभर के शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर मैं देश के शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं.उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस ऐसा अवसर है जब हम राष्ट्र निर्माण में अपने शिक्षकों की समर्पित सेवा को पहचान देते हैं.
ये शिक्षक हमारे बच्चों की बौद्धिक एवं नैतिक बुनियाद तैयार करने एवं इसे मजबूती प्रदान करने में जुटे हैं.राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मजबूत शिक्षा प्रणाली को प्रबुद्ध समाज का आधार करार देते हुए कहा कि प्रेरणादायी शिक्षक विद्यार्थियों के व्यक्तिगत लक्ष्य को सामाजिक एवं राष्ट्रीय लक्ष्यों से जोड़ने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं.मुखर्जी ने कहा कि जरूरत है कि हमारे शिक्षक बच्चों में त्याग, सहिष्णुता, बहुलवाद, समझ एवं करुणा के मूल्य विकसित करें.