असम में मूसलाधार बारिश से 10 व्यक्तियों की मौत हो गयी, जबकि देश के उत्तरी भू-भाग में भयंकर गर्मी पड़ने के साथ राजस्थान के फलौदी का तापमान 50.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया.मौसम विभाग ने अगले दो दिन में तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश और पुडुचेरी में ‘बहुत भारी बारिश’ की चेतावनी जारी की है. देश में आज सबसे ज्यादा तापमान राजस्थान के फलौदी में दर्ज किया गया, जबकि चुरू का 49.1, जैसलमेर का 48.8 और बाड़मेर का तापमान 48.6 डिग्री सेल्सियस रहा. ओडिशा में लू लगने से एक और व्यक्ति की मौत हो गयी.
राजधानी दिल्ली में आज शदीद गर्मी रही और यहां का अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि दिल्ली के पालम स्थित मौसम केन्द्र ने तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. दिल्ली का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा.ओडिशा में गर्मी और लू लगने से एक और व्यक्ति की मौत होने से राज्य में इस साल गर्मी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 पहुंच गयी. ओडिशा में सोनेपुर का तापमान सबसे ज्यादा 41.4 डिग्री सेल्सियस रहा.
असम में पिछले तीन दिन से लगातार मूसलाधार बारिश के कारण बराक घाटी के करीमगंज और हैलाकांडी जिलों में भूस्खलन में 10 व्यक्तियों की मौत हो गयी. एनडीआरएफ और पुलिस इस इलाके के राहत एवं बचाव कार्य में लगे हैं.अरुणाचल प्रदेश में भी पिछले कुछ दिन से भारी बारिश के कारण नोआ-देहिंग नदियों का जलस्तर बढ गया, जिससे नामसाई जिले में कई इलाके जलमग्न हो गये.
तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में आज तीसरे दिन भी बारिश होती रही. मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में गहरे विक्षोभ के अगले दो दिन में चक्र वाती तूफान में बदलने की आशंका है, जिसके कारण राज्य के उत्तरी तटीय इलाकों और पुडुचेरी में भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने कहा, ”बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पश्चिमी विक्षोभ पिछले छह घंटों में उत्तरी दिशा की ओर बढ़ा है और आज चेन्नई से 90 किमी पूरब और पूर्वी तट से करीब 70 किमी दूर है.
मौसम विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि विक्षोभ के उत्तर-उत्तरपूर्वी दिशा की ओर बढ़ने तथा अगले 48 घंटों में तेज होकर चक्र वात में बदलने की आशंका है. चक्र वात के प्रभाव से तमिलनाडु के उत्तरी तटीय इलाकों और पुडुचेरी में अगले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश होने की उम्मीद है.
चेन्नई और इसके आस-पास के निचले इलाकों में एनडीआरएफ की चार टीमें तैनात की गयी हैं. बारिश के कारण बाढ़ आने की आशंका से राहत एवं बचाव कार्यों के लिए नावों को तैयार रखा गया है. विज्ञप्ति में दक्षिणी आन्ध्र प्रदेश समेत तटीय इलाकों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जतायी गयी है.