भ्रष्टाचार के आरोप में राजस्थान के बारां जिले के पूर्व जिला कलेक्टर इंदर सिंह राव को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की एक टीम ने गिरफ्तार किया।इसकी पुष्टि एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने की। सोनी ने आईएएस अधिकारी की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि एसीबी एडीजी दिनेश एमएन ने मामले की जांच शुरू की और गोविद सिंह द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर जाल बिछाया।
यह व्यक्ति अपने पेट्रोल पंप की लीज का नवीनीकरन कराना चाहता था। मामले में 9 दिसंबर को कोटा की एक एसीबी टीम ने इंद्र सिंह राव के पीए महावीर प्रसाद नागर को 1.40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
पूछताछ के दौरान, नागर ने खुलासा किया कि उसने यह पैसा जिला कलेक्टर की ओर से पेट्रोल पंप के लिए जारी किए गए अनापत्ति प्रमाण पत्र के बदले में लिए थे। तब एसीबी ने राव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। उसी समय राज्य सरकार द्वारा राव को तुरंत एपीओ (अवेटिंग पोस्टिंग ऑर्डर्स) घोषित किया गया।
नागर से पूछताछ करने के बाद एसीबी ने उसी दिन राव से भी 10 घंटे तक पूछताछ करके उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया। राव को बुधवार को पूछताछ के लिए जयपुर के एसीबी मुख्यालय में बुलाया गया था और वहीं से आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया।