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मुंबई बंदरगाह से दो अफगान नागरिकों से 1,725 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मुंबई से हेरोइन की सबसे बड़ी बरामदगी की गई है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1,725 करोड़ रुपये है और इस सिलसिले में दो अफगान नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान मुस्तफा स्टानिकजई और रहीमुल्ला रहीमी के रूप में हुई है।

दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त, स्पेशल सेल, एच.जी.एस. धालीवाल ने कहा कि, पूरे अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ करने के लिए 3 सितंबर को रिकॉर्ड मात्रा में 312.5 किलोग्राम मेथामफेटामाइन और 10 किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों से लगातार पूछताछ की गई।

पकड़े गए आरोपियों ने गहन पूछताछ में मुलैठी की जड़ों वाले 17 बैगों के बारे में बताया। जिन्हें मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट में छिपाकर रखा गया था। मुलैठी की जड़ों की खेप का कुल वजन 20,000 किलोग्राम था। पता चला कि प्रारंभिक जांच के दौरान पूरी खेप की जांच हो चुकी थी लेकिन इस प्रक्रिया में खेप के बैग खराब हो गए थे और मुलैठी की जड़ें कंटेनर के अंदर पड़ी थीं।

स्पेशल सेल की टीम ने कोर्ट से अनुमति लेने के बाद 16 सितंबर को खेप का निरीक्षण करना शुरू किया, तो यह देखा गया कि मुलैठी की जड़ों की कुछ छड़ियों का रंग दूसरों की तुलना में गहरा था। बाद में गहरे रंग की सभी जड़ों में हेरोइन का पता लगाया गया।धालीवाल के अनुसार खेप को पहले अफगानिस्तान से एक पड़ोसी देश में ले जाया गया था।

जहां से एजेंसियों द्वारा पता लगाने से बचने के लिए इसे मध्य पूर्व के एक देश में भेज दिया गया था। वहां से, वैध आयात माल के साथ मिश्रित प्रतिबंधित सामग्री वाली खेप को आगे जेएनपीटी, मुंबई भेज दिया गया। उन्होंने कहा, यह खेप मध्य प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और अन्य राज्यों तक पहुंचनी थी, उसके बाद नशे के दलदल में फंसाने के लिए लोगों तक इसकी तस्करी की जानी थी।

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