रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मंगलवार सुबह शहर के कैंटोनमेंट इलाके में सैनिकों के साथ योग किया.इस दौरान उनके साथ कानपुर देहात के सांसद देवेंद्र सिंह भोले और करीब एक हजार सैनिकों ने भी योगा किया.योगा करने के बाद उन्होंने अरूणाचल प्रदेश में हाल ही में शहीद हुये कानपुर के लेफ्टिनेंट कर्नल पंकज सिंह के घर जा कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके परिजनों को सात्वांना दी.
केंद्रीय रक्षा मंत्री मंगलवार विशेष विमान से कानपुर पहुंचे और हवाईअड्डे से सीधे कैंट एरिया में सेना के गैरीसन ग्राउंड पहुंचे. वहां उन्होंने करीब 20 मिनट तक सैन्य अधिकारियों, सैनिकों और उनके परिवार वालों के साथ योग कार्यक्रम में भाग लिया.इसके बाद वह वहां से सीधे चकेरी इलाके के विमाननगर में रहने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल पंकज सिंह के घर गए.
बाद में मीडिया के साथ संक्षिप्त बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में पर्रिकर ने कहा कि भारत चीन सीमा पर अब सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा हैलेफ्टिनेंट कर्नल पंकज अरूणाचल प्रदेश में 13 जून को शहीद हो गए थे. पर्रिकर ने उनके घर पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके घर वालों से बात की. रक्षा मंत्री ने उन्हें हरसंभव मदद देने का आश्वासन भी दिया.
बाद में मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा ‘मैं यहां बहादुर सिपाही पंकज को श्रद्धांजलि देने आया हूं. देश पर जान कुर्बान करने वालों की हर तरह से, हरसंभव मदद करनी चाहिये. रक्षा मंत्रालय शहीद के परिवार की पूरी मदद करेगा, अगर पंकज की पत्नी नौकरी करना चाहेंगी तो उनको नौकरी दिलाने के लिए पूरी-पूरी मदद की जायेगी.
योग के बारे में रक्षा मंत्री पार्रिकर ने कहा कि देश में ज्यादातर लोग इसके महत्व से अनजान हैं. उन्होंने कहा कि योग हमारे देश का है और इसे हमें ही अपनाना होगा.उन्होंने कहा ‘‘आज भारत को देख कर दुनिया के अनेक देशों के लोग योग की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और योग को अपनी जीवन शैली का एक हिस्सा बना रहे है. योग करने से हमारी सेहत तो अच्छी होगी ही, साथ ही साथ इस क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर भी उपलब्ध होंगे.
भारत चीन सीमा पर चीन के अतिक्रमण के बारे में जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भारत चीन सीमा पर अब सब कुछ ठीक-ठाक है. पहले अतिक्रमण की समस्या होती थी लेकिन पिछले साल से ऐसी घटनायें नही हुई हैं.