69वें सेना दिवस के मौके पर तीनों सेना प्रमुखों ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी.इस खास मौके पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर शांति रखना सेना की प्राथमिकता है. लेकिन नापाक हरकत करने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा.उन्होंने तीनों सेनाओं को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए साथ-साथ काम करने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा हम सीमा पर शांति चाहते है. लेकिन शांति को बाधित करने के किसी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमारे सीमा पर शांति बहाली के प्रयास को कमजोरी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.बिपिन रावत ने कहा हम अपने पड़ोसियों की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन शांति को भंग करने वालों को हम अपनी ताकत दिखा सकते हैं. सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन करने वालों को करारा जवाब देने में हम हिचकिचाएंगे नहीं.
रावत ने कहा सेना, वायु सेना और नौसेना को आगामी चुनौतियों का मिलकर सामना करना चाहिए.उन्होंने कहा यह जरूरी है कि सभी तीनों बल साथ मिलकर काम करें. यह सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा.जनरल ने कहा मैं नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक और दूसरे बलों को भरोसा देना चाहता हूं कि उन्हें हमेशा सेना का सहयोग मिलता रहेगा.
हाल के दिनों में कई जवानों के सोशल मीडिया पर आए वीडियो के बारे में उन्होंने कहा कि कुछ साथी अपनी समस्या को रखने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. इसका असर उन बहादुर जवानों के मनोबल पर पड़ता है जो सीमा पर हैं.उन्होंने जवानों से कहा कि अगर आपकी कोई समस्या है, तो उसके लिए सेना में मौजूद सिस्टम का प्रयोग करें. आप मुझसे सीधे संपर्क कर सकते हैं.
सेना अध्यक्ष ने कि सेना जो कार्रवाई करती है, उसके लिए उसे अपराधी भी पाया जा सकता है और सजा का हकदार भी माना जा सकता है.सेना दिवस के अवसर पर सेनाध्यक्ष ने सियाचिन में 35 फीट बर्फ के नीचे छह दिन तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करने वाले स्वर्गीय लांस नायक हनुमंथप्पा को सेना मेडल से सम्मानित करते हुए उनकी पत्नी को मेडल प्रदान किया.इस मौके पर देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले जवानों के परिवार को सम्मानित किया गया.