देश के ज्यादातर हिस्सों में भीषण गर्मी का कहर जारी है, और ओडिशा में लू लगने से और दो लोगों की मौत हो गयी. प्रदेश के तितलागढ़ में अधिकतम तापमान 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि दूसरी ओर पूर्वोत्तर के राज्य भारी बारिश का कहर झेल रहे हैं और अरूणाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गयी है. भीषण गर्मी के कारण झारखंड और तेलंगाना की भी स्थिति बहुत खराब है.
इस वर्ष गर्मियों में अभी तक ओडिशा में लू लगने से चार लोगों की मौत हुई है, तेलंगाना में लू ने 49 लोगों की जान ली है. दिल्ली में शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने के कारण लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली. शहर में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहा. पिछले चार दिनों से उत्तरी क्षेत्र में बने पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति के कारण तापमान में यह गिरावट दर्ज की जा रही है.
राजधानी में शनिवार को वायु आद्र्रता सामान्य से कम, 56 से 13 प्रतिशत के बीच रही. ओडिशा में भीषण गर्मी और लू चलने की स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार ने लोगों से सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे के भीतर घरों के भीतर रहने का परामर्श जारी किया है. प्रदेश सरकार ने लू लगने से और दो लोगों के मरने की पुष्टि की है. इसके साथ ही लू लगने से मरने वाली का आधिकारिक आंकड़ा चार हो गया है.
विशेष राहत आयुक्त के एक अधिकारी ने बताया कि लू लगने के कारण हुई चार मौतों में से तीन अंगुल जिले में जबकि एक बोलनगीर जिले में हुई है. भारत मौसम विभाग के निदेशक शरत साहू ने बताया, ‘ओडिशा के बोलनगीर जिले में तितलागढ़ देश का सबसे गर्म स्थान रहा. वहां अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया.’
तितलागढ़ के बाद पश्चिमी ओडिशा के तालचर में अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि सोनपुर में 46 डिग्री सेल्सियस रहा. शुक्रवार को ओडिशा के नौ शहरों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया था, जबकि शनिवार को 15 शहरों में पारा इतना चढ़ गया है. प्रदेश के कुल 18 शहरों और कस्बों में पारा 40 डिग्री के पार होने के कारण वहां लू चल रही है.
मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा की राजधानी भुवनेर में अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि बालेर में 44.2, बारीपदा में 45.3, सम्भलपुर में 45, सुन्दरगढ़ में 44, हीराकुंड में 44.3, तालचर में 46.8, भवानीपाटन में 45, बोलनगीर में 45.2 और मल्कानगिरि में 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल के बीरभूम में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि बर्धवान में 42.3, पश्चिमी मिदनापुर में 45, नदिया, मुर्शिदाबाद, हावड़ा और पुरूलिया जिलों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा. आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि तेलंगाना में भी भीषण गर्मी का कहर जारी है और लू से अभी तक 49 लोगों की मौत हुई है.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटों में मौसम में बदलाव की कोई संभावना नहीं है. कारोबारी संगठन एसोचैम के मुताबिक, पैदावार कम हो सकती है। क्योंकि जमीन में पानी की कमी के कारण बुआई खराब होगी। सबसे ज्यादा खतरा लू और हीट स्ट्रोक का है। इसी गर्मी में अब तक 220 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 120 मौतें आंध्र-तेलंगाना में हुई हैं। पिछले साल यहां 1100 मौतें हुई थीं और देश में 2035।