गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत और उसकी सहयोगी सुखदीप कौर को हरियाणा पुलिस बठिंडा ले जा सकती है। बता दें कि 39 दिन से फरार हनीप्रीत को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। उसके साथ सुखदीप कौर नाम की एक महिला को भी हिरासत में लिया गया। सुखदीप भी डेरा की फालोअर है। हनीप्रीत तीन दिन उसके घर बठिंडा में रही।
पुलिस ने हनीप्रीत को पंचकूला कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने 6 दिन की रिमांड पर भेज दिया। सुरक्षा वजहों से पुलिस ने कोर्ट ले जाने के लिए हनीप्रीत की डमी बनाई थी। दो महिला पुलिसकर्मियों को सूट पहनाकर एक गाड़ी में बिठाया गया और कोर्ट की ओर रवाना किया गया।यह ड्रामा तब फ्लॉप हो गया जब डमी हनीप्रीत और सुखदीप देर से कोर्ट पहुंचीं, जबकि असली हनीप्रीत और सुखदीप को लेकर निकली पुलिस टीम पहले पहुंच गई।
डमी हनीप्रीत दोपहर 2:35 मिनट पर कोर्ट में देखी गई, जबकि असली हनीप्रीत 5 मिनट पहले ही कोर्ट कैम्पस में आज चुकी थी। इस दौरान पुलिस ने शहर में जगह-जगह नाकाबंदी की थी। इसके अलावा शहर में कई जगहों पर पुलिस को तैनात भी किया गया था।एक महिला के हाईप्रोफाइल मर्डर में जब पंचकूला पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश करना था, तो उससे पहले भी डमी आरोपी कोर्ट में लाए थे।
वह भी हाई प्रोफाइल मामला था, हालांकि बाद में डिस्ट्रिक कोर्ट में आरोप साबित नहीं हो सके और आरोपियों को बरी कर दिया गया था।एसआईटी हनीप्रीत को लेकर आज बठिंडा ले जाएगी। यहां सुखदीप कौर का घर है। ऐसा कहा जा रहा है कि हनीप्रीत सुखदीप के घर पर ही छिपी थी। पुलिस पूछताछ में ये भी पता चला है कि 4 दिन से सुखदीप ही हनीप्रीत की गाड़ी चला रही थी। चंडीगढ़ के आसपास के एरिया में तीन जगहों पर सुखदीप और हनीप्रीत साथ ही रुकी थीं।
हनीप्रीत दो-तीन दिन से मोहाली एरिया में ही थी। उसके पास तीन गाड़ियां थीं, जो उसके आगे-पीछे चलती थीं। तीन रात उसने चंडीगढ़ के आसपास ही खाना खाया, जिसे उसकी साथी सुखदीप कौर गाड़ी में लेकर आती थी।हनीप्रीत पंजाब के एक नेता के टच में थी। उसके कहने पर ही वह यहां रुकी। दो दिन वह एक फ्लैट में रही। बाद में उसे एक कोठी में ठहराया गया। एक पुलिस अफसर उसे गाइड कर रहा था। हरियाणा पुलिस अब इसकी जांच की बात कह रही है।
नेता के कहने पर पंजाब पुलिस के अफसर ने हनीप्रीत से कॉन्टैक्ट किया। उसके बाद उसका इंटरव्यू कराया गया। हरियाणा पुलिस के सूत्र भी मान रहे हैं कि हनीप्रीत पंजाब पुलिस के पास ही थी, जिसे बाद में हरियाणा पुलिस को सौंपा गया।पंजाब पुलिस के संपर्क में होने के बाद भी हनीप्रीत कसौली (हिमाचल प्रदेश) की ओर जा रही थी। इसी बीच, हरियाणा और पंजाब के डीजीपी ने आपस में बात की। इस बातचीत के दौरान ही हनीप्रीत की गिरफ्तारी की सारी कागजी कहानी तैयार की गई।