हरियाणा सरकार ने आज जाट नेताओं को उनकी आरक्षण की मांग पर वार्ता करने के लिए शुक्रवार शाम को आमंत्रित किया है। तब तक वे अपना आंदोलन फिर से शुरू नहीं करेंगे।अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा, सरकार ने हमें कल चंडीगढ़ में वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा, हमारे नेता सरकार के निमंत्रण के अनुसार आज दोपहर बाद हरियाणा के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से मुलाकात करेंगे।
उन्होंने कहा, तब तक हम अपना आंदोलन फिर से शुरू नहीं करेंगे। हरियाणा के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात के बाद आगे की कार्रवाई के बारे में फैसला किया जाएगा। अनेक जाट संगठनों ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि अगर मनोहर लाल खट्टर सरकार ने आज तक उनकी मांग पूरी नहीं की तो आरक्षण आंदोलन फिर से शुरू किया जाएगा। इससे पहले पिछले महीने इस आंदोलन के चलते हुई हिंसा में 30 लोगों की जान जा चुकी है।
मलिक ने मांग की कि राज्य सरकार को जाटों के लिए आरक्षण सुनिश्चित करने के लिहाज से विधानसभा के चालू सत्र में विधेयक लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि समिति 19 और 20 मार्च को पूरे राज्य में बैठकें आयोजित करेगी और उसके बाद दिल्ली के नांगलोई में 21 मार्च को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की इकाइयों की बैठक में उनकी मांगों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
इससे पहले समिति के प्रतिनिधियों की प्रदेश स्तरीय बैठक मलिक की अध्यक्षता में हिसार जाट धर्मशाला में आयोजित की गयी थी। इस बीच संवेदनशील जिलों में अर्धसैनिक बलों और पुलिस के जवान कई जगहों पर फ्लैग मार्च निकाल रहे हैं क्योंकि जाट संगठनों द्वारा दी गयी 72 घंटे की समयसीमा आज समाप्त हो रही है। रोहतक रेंज के आईजी संजय कुमार ने आज कहा, हमें अर्धसैनिक बल मिल गये हैं।