गुरमीत राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में कैद हैं। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख के जेल से बाहर के अय्याश जीवनशैली को लेकर तमाम तरह की खबरें मीडिया में आ रही हैं। लेकिन अब कैदी नंबर 8647 बन चुके गुरमीत राम रहीम को जेल में अन्य साधारण कैदियों की तरह रहना होगा। इतना ही नहीं उन्हें जेल में काम भी करना होगा क्योंकि उन्हें सीबीआई अदालत ने सश्रम कारावास की सजा दी है।
रिपोर्ट के अनुसार गुरमीत राम रहीम को जेल प्रशासन ने दो कामों में से एक को चुनने का विकल्प दिया है। गुरमीत राम रहीम को माली या जेल की फैक्ट्री में से एक काम करना होगा। गुरमीत राम रहीम को बलात्कार का दोषी पाए जाने के बाद उसके समर्थकों ने बड़े पैमाने पर हिंसा की थी जिसमें 38 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए। हिंसा की आशंका से जेल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है।
जेल प्रशासन ने बीबीसी हिन्दी को बताया कि गुरमीत राम रहीम को जेल की नियमावली के तहत ही रखा गया और उसे कोई विशेष सुविधा नहीं दी गयी है। खबर के अनुसार गुरमीत राम रहीम ने पहले किसी भी काम को करने में आनाकानी की लेकिन जब उन्हें समझाया गया तो वो एक काम को चुनने के लिए तैयार हो गया। जेल में काम करने के एवज में गुरमीत राम रहीम को दूसरे कैदियों की तरह 20 रुपये मेहनताना भी मिलेगा।
जेल में गुरमीत राम रहीम दूसरे कैदियों की तरह ही बंदियों के लिए निर्धारित पोशाक पहनेगा। वो जेल में बनने वाला खाना खाएगा। खबर के अनुसार गुरमीत राम रहीम जब सुमारिया जेल पहुंचा और उसे दोपहर में खाना दिया गया तो उसने उसे नहीं खाया। जेलकर्मी खाने की थाली उसके पास छोड़कर चले आए तो बाद में उसने खाना खा लिया।
सुनारिया जेल में कैदियों की सुबह और शाम दो बार हाजिरी लगती है। जेल प्रशासन ने मीडिया को बताया कि बुधवार (30 अगस्त) को जेल में हाजिरी हुई तो गुरमीत राम रहीम ने हाथ उठाकर कहा कि हाजिर हूं। अमर उजाला की खबर के अनुसार गुरमीत राम रहीम ने बुधवार को जेल प्रशासन से अपनी कालकोठरी से बाहर घूमने की इच्छा जतायी तो उसे अन्य तीन कैदियों के साथ जेल परिसर स्थिति एक पार्क में घुमाया गया।