गुजरात में तनाव कायम है। गुरुवार को भी सूबे के आठ जिलों में कफ्र्यू जारी रहा। अहमदाबाद व गांधीनगर के अलावा तीन और जिलों सूरत, राजकोट और मेहसाणा में सेना तैनात कर दी गई। इस बीच, ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे पाटीदार आंदोलन से भड़की ङ्क्षहसा में मृतकों की संख्या 10 हो गई है। बावजूद इसके आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल (22) के रुख में नरमी नहीं आई है। पटेल ने 36 घंटे के भीतर मृतकों के परिजनों को 35-35 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। हार्दिक ने चेतावनी दी है कि ऐसा न होने पर सब्जी, दूध जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति रोक दी जाएगी।हार्दिक आंदोलन को और धार देने के लिए शुक्रवार को दिल्ली आ सकते हैं। वह राजस्थान और मध्य प्रदेश के जाट और गुर्जर नेताओं से मुलाकात कर उनका समर्थन मांगने वाले हैं। हार्दिक जल्द ही दिल्ली में एक बड़ी जनसभा करने की भी तैयारी में हैं।
अहमदाबाद पुलिस कंट्रोल रूम के अनुसार, बीती रात पथराव की छिटपुट घटनाओं को छोड़ कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, मेहसाणा, पालनपुर, ऊंझा, विसानगर व जामनगर में कफ्र्यू जारी रखा गया गया है। हालांकि पाटण में हटा लिया गया है।पटेल रैली के सीसीटीवी फुटेज में पुलिस जवानों द्वारा कारों में तोडफ़ोड़ पर एतराज जताते हुए गुजरात हाई कोर्ट ने पुलिस आयुक्त से दो सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। हाई कोर्ट ने यह आदेश वकील विराट पोपट व तीरथ दवे की याचिका पर दिया है। याचिका के अनुसार, 25 अगस्त को 40 पुलिसकर्मियों ने उनकी हाउसिंग सोसाइटी में घुसकर वाहनों में तोडफ़ोड़ की। घटना के सीसीटीवी फुटेज भी पेश किए गए हैं।
पश्चिमी रेलवे की जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, राजधानी सहित कम से 55 ट्रेनें रद रहीं, जबकि 26 का परिचालन प्रभावित हुआ है। वहीं 15 को मार्ग परिवर्तित कर चलाया गया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की शांति की अपील के बाद गुजरात में ङ्क्षहसक घटनाएं थम गईं हैं। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी शांति के लिए सक्रिय हो गए हैं, जिसका असर दिखने लगा है।प्रदेश में ङ्क्षहसा को लेकर कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा किया। नेता विपक्ष शंकर सिंह वाघेला को छोड़कर सभी विधायकों को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया गया। इस मुद्दे पर तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित हुई।