गुजरात के मंत्री शंकर चौधरी ने राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए स्कूल नामांकन अभियान के दौरान बच्चों को पढ़ाते हुए ‘एलीफैंट’ की गलत स्पेलिंग लिख दी, लेकिन बाद में दावा किया कि यह गलती ‘जानबूझकर’ की गई थी। यह घटना गुरुवार को राज्य सरकार के ‘शाला प्रवेशोत्सव’ (स्कूल नामांकन अभियान) के दौरान हुई। घटना बनासकांठा जिले के दीसा कस्बे के एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में घटी।
यह कार्यक्रम हर साल चलाया जाता है। एलीफैंट की गलत स्पेलिंग दिखाती यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। एमबीए की डिग्रीधारी होने का दावा करने वाले चौधरी ने स्पष्टीकरण दिया कि उन्होंने स्पेलिंग की गलती का पता लगाने की स्कूली बच्चों की क्षमता देखने के लिए जानबूझकर गलत स्पेलिंग लिखी।
उन्होंने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा, ‘मेरा उद्देश्य स्कूली बच्चों में अंग्रेजी व्याकरण और स्पेलिंग जांचना था। मैंने यह पता लगाने के लिए कि विद्यार्थी गलती ढूंढ पाते हैं या नहीं, जानबूझकर एलीफैंट की स्पेलिंग गलत लिखी थी।’ उल्लेखनीय है कि चौधरी की एमबीए की डिग्री ‘फर्जी’ होने का आरोप लगाते हुए हाल ही में गुजरात उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई थी। हालांकि, अदालत द्वारा यह याचिका खारिज कर दी गई।