केंद्र सरकार ने भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज की इजाजत नहीं देने का फैसला किया है। सरकार का मानना है कि देश में पाकिस्तान के खिलाफ माहौल है। पहले माना जा रहा था कि भारत-पाक श्रीलंका में सीरीज खेल सकते हैं। लेकिन सीरीज न होने का ऑफिशियल अनाउंसमेंट अब कभी भी किया जा सकता है।एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, सरकार ने तय कर लिया है कि वह किसी तीसरे देश में भी सीरीज के पक्ष में नहीं है। बीसीसीआई के सेक्रेटरी अनुराग ठाकुर के मुताबिक, “बोर्ड को सरकार से सीरीज के बारे में कोई ऑफिशियल इन्फॉर्मेशन नहीं मिली है।”
सरकार का मानना है कि देश का माहौल पाकिस्तान के खिलाफ है। ऐसे में उसके साथ क्रिकेट खेलना लोगों के जज्बातों के खिलाफ होगा।पाकिस्तान अब भी भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल है।बीसीसीआई के एक अफसर के मुताबिक, “सीरीज इस महीने के आखिर में होनी थी। अब तैयारियों के लिए वक्त नहीं रहा। सरकार इजाजत भी देती है तो अब सीरीज इस महीने नहीं हो सकती है।”
भारत-पाकिस्तान के बीच 2007 के बाद से कोई टेस्ट सीरीज और 2012 के बाद कोई वनडे सीरीज नहीं हुई है। पाकिस्तान की टीम ही पिछली बार 2012 में भारत आई थी। भारत ने पाकिस्तान में जाकर क्रिकेट खेलने से अब तक इनकार ही किया है। 2012 के बाद दोनों टीमें सिर्फ वर्ल्ड कप 2015, एशिया कप जैसे आईसीसी और एसीसी के वनडे टूर्नामेंट्स में ही खेली हैं।
बीसीसीआई भारत-पाक सीरीज दिसंबर में बांग्लादेश या श्रीलंका में कराने पर विचार कर रहा है।श्रीलंका ने इसके लिए इजाजत भी दे दी है। बीसीसीआई ने यूएई और पाकिस्तान ने भारत में खेलने से इनकार किया है।बीसीसीआई मैच फिक्सिंग के खतरे की वजह से यूएई में सीरीज के फेवर में नहीं है।शहरयार खान हर हाल में दिसंबर में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट सीरीज करवाना चाहते हैं। इसके लिए वे इस साल जुलाई से अक्टूबर के बीच दो बार भारत आए थे। हालांकि, उनके दौरे का शिवसेना ने विरोध किया था। शिवसैनिकों ने बीसीसीअाई दफ्तर में हंगामा भी किया था।