दार्जिलिंग में बंगाली पढ़ाने को लेकर ममता सरकार के खिलाफ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने खोला मोर्चा

दार्जिलिंग में स्कूलों में बंगाली पढ़ाने को लेकर ममता सरकार के खिलाफ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने मोर्चा खोल दिया है।इस दौरान आगजनी और पथराव में नॉर्थ बंगाल के डीआईजी समेत 50 पुलिसवाले घायल हुए। ऑफिशियल सोर्सेस के मुताबिक, प्रोटेस्ट में हिंसा के बाद आर्मी तैनात कर दी गई है। GJM ममता सरकार के उस फैसले का विरोध कर रही है, जिसमें सरकारी स्कूलों में पहली से 10वीं तक बंगाली भाषा को पढ़ाना कंपल्सरी कर दिया गया है।

आंदोलन उस वक्त हिंसक हो गया, जब यहां राजभवन के सामने ममता बनर्जी कैबिनेट की मीटिंग खत्म करके निकलीं। अलग गोरखा राज्य बनाने और बंगाली भाषा पढ़ाए जाने का विरोध करते हुए GJM कार्यकर्ताओं ने पथराव शुरू कर दिया। बता दें कि कोलकाता के बाहर ये पहली स्टेट कैबिनेट की मीटिंग थी।

आंदोलन में हिंसा के बाद ममता बनर्जी ने अधिकारियों से कहा कि दार्जिलिंग में मौजूद सभी टूरिस्ट की सुरक्षा निश्चित की जाए। यहां करीब 12,000 टूरिस्ट आंदोलन के चलते फंस गए हैं।कैबिनेट मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए 32 मिनिस्टर आए थे, इनमें से 28 को पुलिस की सुरक्षा में वापस भेजा गया।

हिंसा के मद्देनजर ममता बनर्जी ने एक इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई, जिसमें चीफ सेक्रेटरी और होम सेक्रेटरी भी शामिल थे। ऑफिशियल्स के मुताबिक अब दार्जिलिंग में हालात सामान्य हैं।प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों ने दार्जिलिंग से सिलिगुड़ी के बीच चलने वाली बस को फूंक दिया। कुछ जगहों पर पुलिस और GJM वर्कर्स के बीच झड़प हिंसक हो उठी।

प्रोटेस्टर्स को काबू करने के लिए पुलिस को कई राउंड आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। पथराव के दौरान DIG, ASP और महिला कॉन्स्टेबल समेत 50 पुलिसवाले घायल हो गए।ममता बनर्जी ने कहा हिल स्टेट के लोग जो चाहें, वो पढ़ सकते हैं। बंगाली भाषा को उनके लिए कंपलसरी नहीं किया गया है। अच्छा काम होने से कोई नहीं रोक सकता है। हम हिल स्टेट में डेवलपमेंट करना चाहते हैं।

यहां के लोग बहुत अच्छे हैं।आंदोलन पर उन्होंने कहा ये उनका संवैधानिक अधिकार है, उन्हें ऐसा करने दीजिए। उनके पास कोई समस्या नहीं है।GJM ने ममता सरकार के फैसले के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान कर दिया है।

जनरल सेक्रेटरी रोशन गिरि ने कहा कि हम राज्य द्वारा प्रायोजित हिंसा का विरोध करते हैं। TMC पुलिस और अपने गुंडों का इस्तेमाल कर हिल स्टेट की शांति भंग करने की कोशिश कर रही है। हम अपने इलाके के लोगों की पहचान से कोई समझौता नहीं करेंगे, इसके लिए हमारी लड़ाई हमेशा जारी रहेगी।

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