प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल से जुलाई के बीच श्रीलंका के अलावा, अमेरिका, इजरायल, रूस, जर्मनी, स्पेन और कजाखिस्तान का दौरा करेंगे। मोदी अप्रैल के दूसरे हफ्ते में श्रीलंका में जाएंगे, यहां उनका मुख्य उद्देश्य वेसक दिवस समारोह में हिस्सा लेना है जो कि बौद्ध कैलेंडर का सबसे अहम दिन है। 12 मई से 14 मई के बीच, कोलंबो में अंतर्राष्ट्रीय वेसक दिवस मनाया जाएगा।
इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें 100 से भी ज्यादा देशों के 400 से ज्यादा प्रतिनिधि आएंगे। यह प्रधानमंत्री का दूसरा श्रीलंका दौरा होगा, वह इससे पहले 2015 में यहां आए थे। श्रीलंका से ही मोदी जाफना और कैंडी भी जा सकते हैं।श्रीलंका के बाद प्रधानमंत्री रूस के सेंट पीटर्सबर्ग जाएंगे, जहां वह 1-3 जून के बीच होने वाले सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकॉनमिक फोरम में हिस्सा लेंगे।
इसके अलावा वह द्विपक्षीय दौरे पर जर्मनी और स्पेन भी जा सकते हैं। इसके अलावा 7-8 जून को शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की बैठक में शामिल होने के लिए मोदी कजाखिस्तान जाएंगे। इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के शिरकत करने की भी उम्मीद है।
इस समूह में रूस, चीन, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान भी सदस्य देश हैं।इसके बाद प्रधानमंत्री जी-20 देशों की बैठक में हिस्सा लेने जर्मनी के हैमबर्ग जाएंगे जो कि 7-8 जुलाई को होगी। वह अमेरिका और इजरायज का दौरा भी करेंगे, जिसकी तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं।