हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य की भाजपा-जजपा सरकार को राज्य के इतिहास में सबसे भ्रष्ट और अक्षम बताया, क्योंकि इसने राज्य को विकास के मानकों पर पीछे धकेल दिया है। गठबंधन सरकार के सात साल पूरे होने पर यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि गठबंधन सहयोगियों ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है।
उन्होंने कहा लोग महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध, बिजली और पानी की कमी, धान और बाजरा की खरीद न होने और सत्ताधारी दलों के नेताओं द्वारा किए गए वादे पूरे न किए जाने से परेशान और निराश हैं।हुड्डा ने कहा सात साल का कार्यकाल असफलताओं से भरा रहा है।
2014 से पहले प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार सृजन, समृद्धि, खेल और विकास के मामले में हरियाणा देश में नंबर एक था। अब राज्य बेरोजगारी, अपराध और मादक द्रव्यों के सेवन में नंबर एक बन गया है।भाजपा और जननायक जनता पार्टी के चुनावी घोषणापत्र का जिक्र करते हुए विपक्ष के नेता ने कहा कि दोनों दल अपने घोषणापत्र भूल गए हैं।
हुड्डा ने कहा गठबंधन सरकार ने अपने वादे के अनुसार बुजुर्गो को 5,100 रुपये की वृद्धावस्था पेंशन नहीं दी। पंजाब की तर्ज पर कर्मचारियों के लिए कोई वेतनमान नहीं है, पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं की गई, किसानों को कोई मुफ्त ट्यूबवेल कनेक्शन नहीं है और चौबीसों घंटे बिजली नहीं है।
हुड्डा ने कहा कि सरकार के सात वर्षो के दौरान राज्य को कोई बड़ी विकास परियोजना या बड़ा उद्योग या संस्थान नहीं मिला। उन्होंने कहा कोई बिजली संयंत्र नहीं लगाया गया, कोई मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय नहीं बनाया गया। इसके बावजूद सरकार ने राज्य को लगभग 2.50 लाख करोड़ रुपये के कर्ज में डुबो दिया। इस सरकार ने लोगों, खासकर युवाओं को धोखा दिया है।