मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लम्पी स्किन रोग से गौवंश की जान बचाने के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। रोग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सभी जिलों में आवश्यक संसाधन मुहैया करा दिए हैं। सरकार द्वारा गौवंश के लिए किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने राजस्थान विधानसभा में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि रोग की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार लगातार केंद्र सरकार से लम्पी रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने की मांग कर रही है।गहलोत ने विधानसभा के सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे राजनीतिक विचारधारा से हटकर गौवंश को बचाने के लिए आगे आए।
सभी मिलकर केंद्र सरकार से इस रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराने की मांग करें, ताकि रोग पर जल्द से जल्द नियंत्रण पाया जा सके। श्री गहलोत ने कहा कि रोग की रोकथाम के लिए आवश्यक वैक्सीन व दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित करना केंद्र सरकार की अहम जिम्मेदारी है। इसके लिए विपक्ष के सदस्य सहयोग करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लम्पी स्किन रोग की रोकथाम के लिए 15 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री निवास पर सर्वदलीय बैठक बुलाकर विस्तृत चर्चा की थी। इसमें विभिन्न पार्टियों के जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, गौशाला संचालकों, पशुपालकों और विशेषज्ञों आदि से लम्पी रोग को लेकर चर्चा की।
सभी ने एकराय में इसे गंभीर विषय बताया। इसलिए हम सभी को राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने के प्रयास करने चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के समय भी हमने लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठकें कीं।
सभी जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, भामाशाहों और आमजन आदि के सहयोग से सफलतापूर्वक कोरोना महामारी पर नियंत्रण भी किया जा सका। उन्होंने कहा कि अब एक बार फिर हम सभी को मिलकर गौवंश में फैल रहे लम्पी स्किन रोग से गौवंश को बचाने के लिए कोशिश करनी होगी।