10 जून 2021 को भगवान भास्कर अर्थात सूर्य का ग्रहण , जो वलयकार होगा. भारत में अरूणाचल और मेघालय में दिखाई दे सकता है, पर स्वीडन, नार्वे, अमरिका और गल्फ के क्षेत्रों में दिखाई देगा. यह दोपहर के समय राहु काल से सायंकाल तक पड़ेगा.
इसके सूतक नहीं लगेंगे, अर्थात यह आंशिक कहा जाएगा. इसका असर कुण्डली में वृषभ राशि, मिथुन राशि, तुला राशि और मकर राशि पर पड़ेगा. गृभवति स्त्रिया सावधान रहे. अपने धर्मानुसार अपने इष्ट का ध्यान करें.
पेट कमर पर गेरू का लेप लगाएं. एक जाटावाला नारियल साथ रखे जिसे 07 बजे बाद मंदिर में श्रीविष्णु जी को अर्पित कर दें, और गौ को गुड़ खिलाएं.ज्योतिषाचार्य आचार्य डॉ. संजीव अग्रवाल के अनुसार विभिन्न राशियों पर इस ग्रहण का असर कुछ इस प्रकार पड़ेगा और कुछ बेहद आसान उपाय करने से ग्रहण के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है.
मेष– आपकी राशि का स्वामी मंगल, तनाव पहले ही चला आ रहा है, पर ग्रहण के बाद पहले से बेहतर समय होगा, तामसिकता छोड़े , हनुमान जी की पूजा करें.
वृषभ– आपकी राशि का स्वामी शुक्र है, तनाव मिल सकता है, परिवार का विशेष ध्यान रखे, अगर आप घर के मुखिया है तो क्रोध से बचें, रूद्राभिषेक करना लाभकारी रहेगा.
मिथुन– आपकी राशि का स्वामी बुध है, माता दुर्गा का ध्यान करें, घर में गंगाजल छिड़कें और लोबान गुगल की धूनी दें, समय कष्टकारी होने के साथ ही शनि की ढैया भी चल रही है, कोढ़ियों को भोजन करा, समर्थ हो तो दक्षिणा भी दें.
कर्क– आपकी राशि का स्वामी चंद्रमा, दूध का दान किसी ब्राहमण को कुछ गुड़ के साथ करें, धन का लाभ सम्भव है, बच्चे सुखी होंगे.
सिह– सावधानी अपेक्षित, कारण आपकी कुण्डली का स्वामी आत्मा का कारक सूर्य खुद है, आपको ग्रहण के बाद स्नान करके, गुड़, और गेहूं का दान करना शुभ होगा, यह दान गरीबों को दे.
कन्या– आपकी राशि का स्वामी बुध है, शांत रहे, गणेश जी की पूजा करें, सांयकाल कच्ची खिचड़ी (चावल और मूंग की दाल और गुड़) गरीबों को दान दें.
तुला– आपकी राशि का स्वामी शुक्र है, शिव पूजा और माता पार्वती की पूजा से कष्ट कम होगा, शनि की ढैया चल रही है, दोपहर को कमरे में रहें और बाहर ग्रहण समाप्ति पर निकलें.
वृश्चिक– समय ठीक है, हनुमान जी की पूजा करें, सुंदरकांड पढ़े, तो समय अनुकूल होगा, मन शांत रखे.
धनु– आपकी राशि का स्वामी गुरू है, शनि की साढ़े साती उतर रही है, गेहू, उड़द गुड़ का दान करें , हनुमान जी की पूजा करें और शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें.
मकर- आपकी कुण्डली का स्वामी शनि है, शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है, हर दृष्टि से परेशानी वाला समय है, शनि शांति करे, हनुमान चालीसा पढें, कोढ़ियों को दान दें, गुड़, साबुत उड़द , किशमिश, और गेंहू का दान करें, लाभ होगा, और मन शांत होगा.
कुंभ– आपकी राशि का स्वामी शनि और अभी शनि की साढ़े साती शुरू हुई है, गरीबों की सेवा, सफाई कर्मियों को चाय बिस्कुट खिलाना शुभ, सरसों का तेल शिव मंदिर में रख आऐं, रेवड़ी जल में प्रवाहित करें, लाभ मिलेगा.
मीन– आपकी राशि का स्वामी गुरू, गंगाजल ग्रहण करें और जल में गंगाजल डाल स्नान करे, रामायण पढ़े, मन शांत रखे, भोजन में गुड़ खाए और रात को गुड़ का दान दें, पीपल के वृक्ष पर दिया जलाऐं.