7 अगस्त से चलेगी पहली किसान रेल

केंद्र सरकार की किसानों की आय दोगुनी करने की पहल पर पहली किसान रेल का कल शुभारंभ किया जाएगा।महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के लिए पहले किसान स्पेशल पार्सल ट्रेन रवाना करेगी। इस ट्रेन के जरिये फल, सब्जी और अन्य कृषि उत्पादों को बाजारों तक सीधे पहुंचाया जाएगा। इस ट्रेन को कल रेलमंत्री पीयूष गोयल और कृषि कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

रेल मंत्रालय के अनुसार केंद्रीय बजट 2020-21 में किसान रेल चलाने की घोषणा की गयी थी ताकि किसानों के उत्पादकों को जल्दी से बाजार तक पहुंचा जा सके और उनके कृषि उत्पाद का उचित मूल्य मिले। साथ ही इससे उनकी आय दोगुनी हो सके। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में पीपीपी मॉडल के जरिए किसान रेल शुरू करने का प्रस्ताव रखा था।

इस क्रम में रेलवे किसान पार्सल ट्रेन को कल शुक्रवार को देवलाली से पूर्वान्ह 11 बजे चलेगी और अगले दिन शाम को 6.45 बजे दानापुर पहुंचेगी। 1519 किलोमीटर का यह सफर 31.45 घंटों में पूरा होगा। वापसी में यह ट्रेन दानापुर से रविवार को चलेगी और अगले दिन सोमवार को देवलाली पहुंचेगी। इस ट्रेन में भूसावाल, नासिक और आसपास के इलाकों में काफी मात्रा मे ताजे फल, सब्जियां, फूल, प्याज व अन्य कृषि उत्पादों का उत्पादन होता है, जिसको पटना, इलाहबाद, कटनी और सतना स्थानों को भेजा जा सकेगा।

रेल मंत्रालय के अनुसार ट्रेन का ठहराव स्टॉपेज नासिक रोड, मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मानिकपुर, प्रयागराज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर और बक्सर में होगा। यहां से कृषि उत्पादों और अन्य सामग्रियों को परिवहन किया जा जाएगा। स्थानीय किसानों, एपीएमसी और स्थानीय लोगों को फायदा होगा।

रेलवे ने किसान रेल के तहत स्पेशल ट्रेन में बुक किये जाने वाली वस्तुओं का प्रति टन भाड़ा भी तय कर दिया गया है। नासिक रोड/देवलाली से दानापुर का भाड़ा प्रति टन 4001 रुपये होगा। इसी तरह से मनमाड़ से दानापुर 3849 रुपये, जलगांव से दानापुर 3513 रुपये, भुसावल से दानापुर 3459 रुपये, बुरहानपुर से दानापुर 3323 रुपये और खंडवा से दानापुर का भाड़ा प्रति टन 3148 रुपये निर्धारित किया गया है।

रेल मंत्रालय के अनुसार किसान रेल में रेफ्रिजरेटेड कोच लगे होंगे। इसे रेलवे ने 17 टन की क्षमता के साथ नए डिजायन के रूप में निर्मिंत करवाया है। इसे रेल कोच फैक्टरी कपूरथला में बनाया गया है। भारतीय रेल के पास ऐसे नौ रेफ्रिजरेटेड वैगन का बेड़ा है और इसे राउंड ट्रिप आधार पर बुक किया जा सकता है। इसमें मछली, मीट और दूध का परिवहन किया जा सकेगा।

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