मुंबई में मेक इन इंडिया वीक स्टेज पर लगी आग

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मुंबई के गिरगांव चौपाटी इलाके में चल रहे मेक इन इंडिया कार्यक्रम के स्टेज पर आतिशबाजी के दौरान आग लग गई। प्रोगाम में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के एक्ट प्रेसिडेंट उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे। हालांकि, किसी कैजुअल्टी की कोई खबर नहीं है। फिलहाल, आग पर काबू पा लिया गया है। अभी तक आग लगने की सही वजह भी पता नहीं चल पाई है। 

मेक इन इंडिया वीक में आग लगने के दौरान कल्चरल प्रोग्राम चल रहा था।रविवार शाम सांस्कृति समारोह ‘महाराष्ट्र रजनी’ का आयोजन किया गया था।आग लगने के 5 मिनट पहले ही अमिताभ बच्चन ने वहां कविता पढ़ी थी।गीतकार प्रसून जोशी ने बताया कि अमिताभ मंच पर जोशी की एक कविता पढ़ रहे थे।अमिताभ के कविता पढ़ने के बाद एक डांस प्रोग्राम था, इसी दौरान स्टेज पर आग लग गई।मंच के पास कई फिल्म आर्टिस्ट भी मौजूद थे।

देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर जानकारी दी कि 14 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, 10 वाटर टैंकर और सभी सीनियर फायर ऑफिसर्स मौके पर पहुंच गए हैं।आग पर काबू पा लिया गया है और आज के सभी प्रोग्राम को कैंसिल कर दिया गया है। आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी।कल होने वाले प्रोग्राम कैंसिल नहीं किए गए हैं। सभी प्रोग्राम तय समय पर होंगे।

मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स की बिल्डिंग में मेक इन इंडिया कार्यक्रम चल रहा है।13 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी ने चौपाटी पर मेक इन इंडिया वीक की लॉन्चिग की थी।कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा, ‘हमें मेक इन इंडि‍या को देश का सबसे बड़ा ब्रांड बनाना है।‍ सरकार भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर काम कर रही है।’

मोदी ने कहा, ‘इंडिया 4 डी का देश है। डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिमांड और डिरेग्युलेट।’इवेंट के पहले दिन 21,400 करोड़ रुपए के करार पर साइन हुए। मेक इन इंडिया वीक की शुरुआत के बाद शनिवार को डिनर में कई हस्तियां शामिल हुईं। कुछ महीने पहले इन्टॉलरेंस पर बयान के विवादों में चल रहे आमिर खान भी पहुंचे थे।

शिवसेना ने अपने माउथपीस ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा कि पीएम सुसाइड कर रहे किसानों को भी ‘मेक इन इंडिया’ का हिस्सा बनाएं।मुंबई की तर्ज पर ही विदर्भ और मराठवाड़ा के डेवलपमेंट का एजेंडा भी बनाया जाना चाहिए। विदर्भ में एक साल के भीतर 1328 किसान फसल की बर्बादी और कर्ज की वजह से खुदकुशी कर चुके हैं।’मोदी को मेक इन इंडिया के बदले मेक इन महाराष्ट्र के बारे में सोचना चाहिए।
शिवसेना ने कहा कि इस इवेंट से इतना भी इन्वेस्टमेंट नहीं आएगा, जिससे महाराष्ट्र के सीएम की विदेश यात्राओं का खर्च निकाला जा सके।

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