अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका : सूत्र

अमरनाथ यात्रा पर आतंकवादी हमले की आशंका से खुफिया एजंसियों ने नया अलर्ट जारी किया है। इसके मद्देनजर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा ने बालटाल आधार शिविर पहुंचकर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया।

तीनों ने वहां सेना के आला अधिकारियों के साथ अमरनाथ यात्रा मार्ग की तीन स्तरीय सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया। 28 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू से बालटाल और दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के बीच दो आधार शिविरों के करीब 400 किलोमीटर यात्रा मार्ग को सुरक्षित रखने के लिए सेना व अर्द्धसैनिक बलों की 213 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं।

हेलिकॉप्टर व ड्रोन से निगरानी की जा रही है। यात्रा मार्ग में एनएसजी के कमांडो व स्नाइपर भी तैनात किए गए हैं।जम्मू-कश्मीर में सेना व सुरक्षा एजंसियों का ऑपरेशन ऑल आउट शुरू होने के तहत आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई तेज की गई है।

सोमवार को खुफिया एजंसियों ने गृह व रक्षा मंत्रालय को अलर्ट भेजा कि लश्कर-ए-तैयबा के करीब 20 आतंकियों का समूह अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्रियों को अपना निशाना बना सकता है। आतंकवादियों का यह गुट दो हिस्सों में बंटकर घुसपैठ कर चुका है।

पहले समूह में करीब 11 से 13 आतंकी और दूसरे समूह में छह से सात आतंकी शामिल हैं। ये सभी बालटाल रूट पर कंगन नाम की जगह पर हमले की योजना बना रहे हैं। इस अलर्ट के मद्देनजर केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत व राज्यपाल एनएन वोहरा बालटाल स्थित सेना के आधार शिविर पहुंचे और सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया।

गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट में खुफिया एजंसियों ने कहा कि घुसपैठ करने वाले आतंकियों का पहला समूह 10 जून को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से दाखिल हुआ। दूसरे समूह ने 20 जून को घुसपैठ की। पाकिस्तानी खुफिया एजंसी आइएसआइ द्वारा संचालित केइएल लॉन्च पैड से इन सभी की घुसपैठ कराई गई।

अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले यहां नुनवान आधार शिविर को सुरक्षा की दृष्टि से किले में बदल दिया गया है। पिछले साल यात्रा पर हुए आतंकी हमले के मद्देनजर इस वर्ष सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उस हमले में आठ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और सात अन्य घायल हो गए थे।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पर्यटक शहर के प्रवेश द्वार पर स्थित नुनवान आधार शिविर के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों को तैनात किया गया है। पहली जांच चौकी लंगाबल पुल के पास बनाई गई है। लिद्दर नदी के दोनों ओर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

सीसीटीवी कैमरे, मेटल डिटेक्टर और एक्स रे मशीनों भी लगाई गई हैं ताकि प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी को रोका जा सके और कड़ी नजर भी रखी जा सके।गृह मंत्रालय ने बताया कि अमरनाथ यात्रा से पहले राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने प्राकृतिक व मानव जनित आपदाओं से निपटने की तैयारियों और प्रतिक्रिया तंत्र का आकलन करने के लिए अभ्यास किया।

बालटाल और पहलगाम-चंदनवाड़ी मार्गों पर छद्म अभ्यास 22 जून से किया गया और सोमवार को यह अहम इलाकों में पूरा हुआ। इस अभ्यास में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय राइफल्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, थल सेना, पुलिस, स्वास्थ्य, असैन्य, रक्षा, परिवहन, अग्निशमन, श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों, जिला प्रशासन ने हिस्सा लिया।

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