मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस का शिवसेना शासित बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के विकास के दावे को झुठलाते हुए यह कहना कि बीएमसी ने विकास के मामले में मुंबई को पटना बनाकर रख दिया है, बिहार में सत्ताधारी महागठंबधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को बहुत बुरा लगा.
राजद का कहना है कि फड़णवीस को पटना और बिहार पर ओछी टिप्पणी करने से पहले इतिहास की जानकारी लेनी चाहिए. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को फड़णवीस की बिहार के संदर्भ में टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि बिहार के गौरवशाली इतिहास की जानकारी नहीं रखने वाला ही ऐसी ओछी बात कर सकता है.
तेजस्वी ने फड़णवीस को संघी (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सदस्य) बताते हुए ट्वीट किया अज्ञानता के अंधेरे में ‘घमंडी संघी’ देवेंद्र फड़णवीस ने पटना और बिहार के इतिहास और यहां की प्रतिभा और युवाओं के योगदान को अपमानित किया है.राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र ने एक अन्य ट्वीट में लिखा पटना और बिहार पर ओछी टिप्पणी से पहले थोड़ा इतिहास पढ़ लो फड़णवीस जी.
बिहार ने ही पहला गणतंत्र दिया था. संघी मोतियाबिंद के कारण यह आपको नहीं दिखाई देगा.तेजस्वी यहीं नहीं रुके, उन्होंने फड़णवीस को माफी मांगने की नसीहत देते हुए आगे लिखा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फड़णवीस को बिहार के इतिहास का क, ख, ग भी मालूम नहीं. बिहारी प्रतिभाओं का लोहा पूरा विश्व मानता है. बिहार माता सीता, गुरु गोविंद सिंह की जन्मभूमि और बुद्ध, महावीर की कर्मभूमि है. उनकी टिप्पणी पर बिहारियों को आपत्ति है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि फड़णवीस बुधवार को बीएमसी चुनाव प्रचार के लिए आयोजित पार्टी की रैली में शिवसेना पर हमला बोलते हुए कहा था कि ‘शिवसेना ने अपने प्रशासन में विकास के मामले में मुंबई को पटना बनाकर रख दिया है.महाराष्ट्र में इस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना गठबंधन की सरकार है, लेकिन बीएमसी चुनाव में शिवसेना गठबंधन से अलग हो चुकी है. बीएमसी पर शिवसेना का ही कब्जा है.इधर, लालू के दूसरे पत्र और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने भी फड़णवीस को आरएसएस का ‘तोता’ बताते हुए निशाना साधा.