केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है. वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उनके निधन पर शोक जताया है. नर्मदा नदी को बचाने के लिए अनिल माधव ने बहुत काम किया है. उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए कई किताबें भी लिखी हैं. पर्यावरण मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल को अभी 1 साल भी पूरा नहीं हुआ था.
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैं कल शाम को अनिल दवे जी के साथ था, उनके साथ नीतिगत मुद्दों पर चर्चा कर रहा था. उनका निधन मेरा निजी नुकसान है. उन्हें लोग जुझारू लोक सेवक के तौर पर याद रखेंगे. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में वह काफी जुझारू थे. अनिल दवे का जन्म उज्जैन में हुआ था. अनिल आरएसएस से जुड़े थे.
लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने शिवाजी पर किताब लिखी थी. अनिल दवे नर्मदा प्रेमी थे. एक बार खुद हवाई जहाज उड़ाकर और एक बार नाव चला कर नर्मदा की पूरी परिक्रमा की थी. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने भी ट्वीट कर शोक जताया है. मेरे साथी पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे की अचानक हुई मौत से हैरान और बहुत दुखी हूं. मेरी गहरी संवेदना.
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने लिखा है कि बहुत दुखी और चौंकाने वाला, अपूरणीय हानि. उन्होंने समाज के लिए वर्षों तक काम किया. केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने लिखा है कि अनिल माधव दवे जी सज्जन पुरुष की एक दम सटीक परिभाषा थे. वह बहुत अच्छे इंसान थे. मैं उनके मुस्कुराते व्यक्तित्व को हमेशा याद रखूंगा.भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.