बिहार में इंसेफलाइटिस का कहर शुरू हो गया है. अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 53 बच्चे बीमार हुए हैं.बिहार में स्वास्थ्य विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद मुजफ्फरपुर जिले समेत कई जिलों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से बच्चों की मौत का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो गया है. यह बीमारी प्रत्येक साल जून महीने में अपना पांव पसारती है और सैकड़ों बच्चों की मौत हो जाती है.
राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रभावित जिलों के सिविल सर्जन को विशेष तौर पर सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.बिहार के वैसे कई जिले हैं जो इस बीमारी से प्रभावित हैं. जिनमें प्रमुख तौर पर मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, खगड़िया, लखीसराय, मधेपुरा, शिवहर, पश्चिम चंपारण और नालंदा के अलावा भोजपुर जिला भी शामिल है.स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सबसे ज्यादा बच्चे मुजफ्फरपुर में इस बीमारी से पीड़ित हैं. दूसरे नंबर पर पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी हैं.
2 जून तक पीड़ितों की संख्या मात्र 28 थी जो अब बढ़कर पचास से ऊपर चली गयी है. चिकित्सक मानते हैं कि बारिश होने के बाद पीड़ितों की संख्या घटने लगती है.स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इंसेफलाइटिस से पीड़ित 53 बच्चे जापानी इंसेफलाइटिस से पीड़ित हैं, वहीं दूसरी ओर शेष बच्चों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम पाया गया है. बीमारी का सबसे ज्यादा प्रकोप मुजफ्फरपुर में देखा गया है. जिले में 19 बच्चों के पीड़ित होने की रिपोर्ट है.