मनी लॉन्ड्रिंग केस में रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने की करीब 6 घंटे पूछताछ

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। वे ईडी के दफ्तर में करीब 6 घंटे तक रहे। यह पहला मौका है जब वाड्रा ईडी के सामने पेश हुए। वाड्रा दोपहर करीब 3.40 बजे ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। वे रात करीब 9.40 बजे बाहर आए।

वाड्रा को दिल्ली की पटियाला कोर्ट से 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत मिली हुई है। पिछली सुनवाई के दौरान उनके वकील ने कोर्ट को भरोसा दिलाया था कि वाड्रा 6 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगे।

वाड्रा के साथ पत्नी प्रियंका गांधी भी थीं। हालांकि, प्रियंका पति की पेशी के बाद ईडी के दफ्तर से लौट गईं। इससे पहले प्रियंका ने ही कांग्रेस महासचिव का पद संभाला। उन्होंने कहा कि मैं परिवार के साथ खड़ी हूं।

ईडी ने लंदन के ब्रायंस्टन स्क्वायर में 19 लाख पाउंड की एक संपत्ति की खरीद को लेकर वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया है। इससे पहले इस मामले में वाड्रा के सहयोगी मनोज अरोड़ा को कोर्ट ने 6 फरवरी तक अंतरिम जमानत दी थी।

वाड्रा के वकील ने सुनवाई के दौरान कहा कि उनके मुवक्किल को गलत मुकदमे में फंसाया जा रहा है। वह कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं। उनके खिलाफ राजनीतिक चाल चली जा रही है।

ईडी के मुताबिक, आयकर विभाग फरार हथियार कारोबारी संजय भंडारी के खिलाफ कालाधन कानून और कर कानून के तहत दर्ज मामलों की जांच कर रहा था। इस दौरान आयकर विभाग को किसी मामले में अरोड़ा की भूमिका पर भी संदेह हुआ। इसके बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है।

ईडी का आरोप है कि लंदन में भंडारी ने 19 लाख पाउंड में संपत्ति खरीदी थी। उसकी मरम्मत पर 65900 पाउंड खर्च करने के बाद 2010 में उतनी ही रकम में वाड्रा काे बेच दी थी। इससे साफ हो गया कि भंडारी इस संपत्ति का वास्तविक मालिक नहीं था, बल्कि उसने वाड्रा को फायदा पहुंचाने के लिए यह सौदा किया था।

आरोप यह भी है कि वाड्रा के स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के कर्मचारी अरोड़ा की इस सौदे में अहम भूमिका थी। उसे वाड्रा की विदेशी अघोषित संपत्ति की भी जानकारी थी और पैसों की व्यवस्था करने में भी उसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

ईडी के साम वाड्रा की पेशी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा- बहुत बड़े परिवार के व्यक्ति को कानून के सामने जाना पड़ा। यह कानून और लोकतंत्र की जीत है।

वकील ने कहा कि वाड्रा ने सभी सवालों के जवाब दिए। इस बार वाड्रा कोर्ट के आदेश पर ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए थे। उन्हें आगे जब भी बुलाया जाएगा, वे पेश होंगे।

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